3,150 करोड़ रुपये के बिजनेस पूछताछ के साथ संपन्न हुआ IHGF 2017 DELHI FAIR , अजय शंकर मेमोरियल अवार्ड भी दिए गए
ग्रेटर नोएडा : शहर के इंडिया एक्सपो सेंटर ऐंड मार्ट में आयोजित 44वां आईएचजीएफ दिल्ली मेला वसंत 2017 सोमवार को हस्तशिल्प के निर्यात और पूरे भारत में शिल्प को बढ़ावा देने के अपने योगदान के साथ संपन्न हुआ।
साल में दो बार आयोजित इस मेले के वसंत संस्करण ने पिछले वसंत संस्करणों को सभी विभागों में पीछे छोड़ दिया। इस मेले का आयोजन ईपीसीएच यानी हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद करती है। रीसाइकल्ड उत्पादए जैसे कि पुराने डिब्बों को सजावटी वस्तु के रूप में डिजाइन कर प्रदर्शन, इस मेले में आकर्षण का केंद्र रहे। इस सालए Façade से लेकर आयोजन स्थल को थीम के समान बनाने तक, मेले का रूप पूरी तरह से बदला हुआ थाए जिसने इस शो में नई जान फूंक दी।
इस मौके अपर केंद्रीय कपडा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने बेस्ट डिजाइन डिस्प्ले में छह श्रेणी फर्नीचर , फर्नीचर हार्डवयेर , होम एसेसरीज , फैशन ज्वेलरी , लैंप लाइटनिंग , होम , टेक्सटाइल, फर्निशिंग , फ्लोर कवरिंग , क्रिसमस डेकोरेटिव आदि में प्रदर्शकों को सामनित अजय मेमोरियल आवार्ड से नवाजा।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कहा DELHI FAIR ने देश पूरे विश्व में अपनी लोकप्रियता हासिल कर ली है। उन्होंने ईपीसीएच द्वारा हेंडीक्राफ्ट व्यापार को बढ़ावा देने के लिए किये जा रहे विभिन्न गतिविधियों की सराहना की।
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक राकेश कुमार ने कहाए ष्पिछले साल इस मेले में 88 देशों से खरीदार पहुंचे थे और इस वर्ष यह संख्या 100 देशों के पार हो गई हैण्ष्
उन्होंने आगे कहा, इस साल प्रदर्शकों की संख्या भी बढ़कर लगभग 3000 हो गई है। 14 उत्पाद वर्गों के साथए आईएचजीए-. दिल्ली मेले के वसंत संस्करण ने बड़ी संख्या में यहां पहुंचे खरीदारों को होम, लाइफस्टाइल, फैशन, कपड़ा और फर्नीचर के 2000 से अधिक उत्पादों में से अपनी जरूरतों की पूर्ति के लिए प्रेरित और उत्साहित किया। जिस तरह से खरीदारों को मोल भाव करते और ऑर्डर देते देखा गया उससे इस पांच दिवसीय भव्य मेले की बिजनेस एनर्जी भी काफी तेज लगी।
765 घरेलू व्यापार आगंतुकों के साथ ही विदेशी खरीदारों और उनके प्रतिनिधियों की संख्या पिछले साल के 5,586 की तुलना में बढ़कर 5,995 हो गई। इसमें 7.32 % का इजाफा हुआ। मेले ने इस साल 3.150 करोड़ रुपये का बिजनेस पूछताछ उत्पन्न किया जो पिछले साल की तुलना में 6.78% अधिक है।
पिछले साल की तुलना में समग्र 13.15% इजाफे के साथ 2016-17 के दौरान हस्तशिल्प का निर्यात 24,392.39 करोड़ रुपये था। हालाँकि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2017-18 के पहली छमाही के दौरान हस्तशिल्प का निर्यात 12,520,32 करोड़ रुपये है। यह मेला हस्तशिल्प क्षेत्र के छोटे और मध्यम उद्यमियों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक प्रमुख मार्केटिंग प्लेटफॉर्म बन गया है।
ईपीसीएच के अध्यक्ष श्री ओ.पी. प्रह्लाद ने बताया कि मेले में सबसे अधिक खरीदार अमरीका (751) , जर्मनी (259), ब्रिटेन(345), ऑस्ट्रेलिया (275), फ़्रांस (282), जापान (194) और चीन (67) से पहुंचे। इस साल कई अन्य देशों जैसे जैसे Jordan, Qatar, Lebenon, Saudi Arabia, Turkey, Uzbekistan, Hungry, Mongolia, Libya and Keyna से भी खरीदार इस मेले में पहुंचे।
