अमृत स्किल महोत्सव में दी जा रही है 85 कोर्सेज में ऑनलाइन प्रशिक्षण
- ईएसएससीआई के अमृत स्किल महोत्सव से हो रहा है युवाओं का क्षमता निर्माण
- 600 से अधिक युवाओं ने उठाया लाभ, ऑनलाइन प्रशिक्षण लेकर हुए अपस्किल
ग्रेटर नोएडाः कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के अधीन कार्यरत इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में क्षमता निर्माण (कैपासिटी बिल्डिंग) के लिए अमृत स्किल महोत्सव का ऑनलाइन आयोजन किया जा रहा है। विश्व युवा कौशल दिवस के उपलक्ष्य में 14 जुलाई तक यह स्किल महोत्सव आयोजित किए जा रहे है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री और स्किल इकोसिस्टम से जुड़े प्रशिक्षण, मूल्यांकनकर्ता, राज्य कौशल के पदाधिकारी, विषय विशेषज्ञ, अकादमिक क्षेत्र के लोग और इंडस्ट्री में कार्यरत लोगों व नए युवाओं को नए जॉब रोल और नई चुनौतियों से निपटने के लिए अपस्किलिंग की जा रही है। इसमें शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को ईएसएससीआई की ओर से प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
अमृत कौशल महोत्सव का 600 से अधिक लोग हिस्सा लेकर अपना अपस्किलिंग कर चुके है। विशेषज्ञों द्वारा उन्हें विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। विभिन्न इंडस्ट्री से आए एक्सपर्ट के जरिये मास्टर ट्रेनर, मूल्यांकनकर्ताओं और उद्योग विशेषज्ञों को उनकी विशेषज्ञता के अनुसार अप-स्किल किया जा रहा है। इस स्किल महोत्सव में भाग लेने के इस लिंक https://forms.gle/UYtQPYodF7YdhK1H7 पर जाकर ज्वाइन कर सकते है।
ईएसएससीआई की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अभिलाषा गौड़ ने कहा कि क्षमता निर्माण कार्यक्रम स्किल इकोसिस्टम के सभी हितधारकों के अपस्किलिंग का हिस्सा है। ईएसएससीआई ने नई और उभरती प्रौद्योगिकियों सहित नौ उप-क्षेत्रों में 85 शॉर्ट टर्म कोर्स विकसित किए है। इसमें ई-मोबिलिटी और ड्रोन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी हार्डवेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण प्रणाली और पीसीबी डिजाइन, सौर और एलईडी, सेमीकंडक्टर और घटक, सुरक्षा निगरानी और औद्योगिक स्वचालन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यह पहल एमएसडीई, एनएसडीसी और एनसीवीईटी के मार्गदर्शन में इंडस्ट्री 4.0 और बदलती टेक्नोलॉजी को देखते हुए तैयार किया गया है। जिसकी आवश्यकता इंडस्ट्री स्तर पर महसूस की जा रही है। आने वाले वक्त में इन क्षेत्रों में नौकरियों के लिए कई अवसर उपलब्ध होंगे। पहले से इंडस्ट्री में कार्यरत लोगों के लिए अपस्किलिंग एक जरूरत है, ताकि वह तकनीक के साथ खुद को पिछड़ा हुआ महसूस नहीं करें।