शारदा विश्विद्यालय में जल संरक्षण पर “जल है तो कल है ” कार्यक्रम का आयोजन
ग्रेटर नोएडा : ” धनि रहीम जल पंक को , लघु जिस पियत आधाय, उदधि बड़ाई कौन है, जगत पिआसो जाय”
यह युक्ति हमें जल संरक्षण के लिए प्रेरित ही नहीं करती बल्कि चेतावनी भी देती है| जल की उचित आपूर्ति के लिए हमें जल भण्डारण / संचयन करना बहुत आवश्यक है | इसी उद्देश्य को सफल बनाने के लिए शारदा विश्वविधालय के स्कूल ऑफ़ बेसिक साइंस एंड रिसर्च ने सी ऍम एस वातावरण के सहयोग से ” कंज़र्व वाटर ” नामक एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया|
इस कार्यक्रम में जिले के कक्षा ग्यारहवीं तथा बारहवीं के 15 स्कूलों के 300 से अधिक विद्यार्थिओं ने पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन, ग्रीन थिएटर आदि प्रतिस्पर्धा में भाग लेकर अपने हुनर का परिचय दिया| डीन डॉ भास्कर भटाचार्य ने सभी छात्रों से आह्वाहन करते हुए कहा की जल मानवता के लिए प्रकृति द्वारा दिया हुआ अनमोल उपहार है| हमें इस उपहार को सही ढंग से उपयोग व पानी की गुणवत्ता बनाये रखना महत्वपूर्ण है| जीवन के सभी कार्यों को निष्पादित करने के लिए जल की आवस्यकता है | डॉ सुमन ने भी छात्रों को जल संचयन के कई विधिओं पर प्रकाश डाला|
कार्यक्रम के अंत में शारदा विश्वविधालय के कुलपति डॉ बी एस पंवार ने विजेता छात्रों को पुरस्कार वितरण किया| विजेताओं में पेंटिंग व् स्केचिंग में प्रथम स्थान समरविले स्कूल के शांतनु साहा ने अर्जित किया| ग्रीन थिएटर में रयान इंटरनेशनल स्कूल के टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया| अन्य विधालयों में फादर अगनल, दिल्ली स्कॉटिश स्कूल, जे पी इंटरनेशनल स्कूल, डाइमंड ड्रिल स्कूल इत्यादि के छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया|