हस्तशिल्प निर्यात को प्रत्साहित करने पर ईपीसीएच की भूमिका सराहनीय – स्मृति ज़ुबेन ईरानी (केंद्रीय कपडा मंत्री )
ग्रेटर नोएडा: केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने आज दुनिया के सबसे बड़े हस्तशिल्प एवं उपहार मेले आईएचजीएफ दिल्ली मेला(शरद) 2017 के 44वें संस्करण का ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर ऐंड मार्ट में एक रंगारंग कार्यक्रम के दौरान उद्घाटन किया। यह मेला 12-16 अक्टूबर 2017 तक ग्रेटर नोएडा के अत्याधुनिक इंडिया एक्सपो सेंटर ऐंड मार्ट में आयोजित किया जा रहा है।
उद्घाटन समारोह के दौरान जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह, मुरादाबाद के विधायक रितेश कुमार गुप्ता, ईपीसीएच अध्यक्ष ओ.पी प्रह्लाद आईईएमएल के अध्यक्ष और ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक राकेश कुमारए प्रशासन समिति के सदस्य और देश विदेश से पहुंचे प्रेस एवं मीडिया के लोग उपस्थित थे।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने इस दौरान देश से हस्तशिल्प के निर्यात को प्रोत्साहित करने में ईपीसीएच की भूमिका की सराहना की। हस्तशिल्प सेक्टर ने पिछले वर्ष की तुलना में 2016-17 में 13.15% की वृद्धि दर्ज की है और अब यह 24,392 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है। स्मृति ईरानी ने निर्यात समुदाय से कारीगरों के कल्याण को ध्यान में रखने का आग्रह किया है जो इस क्षेत्र की रीढ़ हैं। इस दौरान ईरानी ने ईसीपीएच के सीएसआर कार्यक्रम के तहत कारीगरों के बच्चों की शिक्षा के लिए चलाए गए कार्यक्रम का विशेष उल्लेख किया। इस योजना के तहत कारीगरों के बच्चों को ओपन स्कूलों के माध्यम से शिक्षा दिलाने में पूरा पूरा समर्थन प्रदान करती हैए जिसमें ट्यूशन फीस और अन्य स्टडी मटीरियल शामिल हैं। बच्चों की पढ़ाई पर होने वाले पूरे व्यय का 75 % ईपीसीएच द्वारा और 25 % निर्यातक सदस्यों द्वारा वहन किया जाता है। मंत्री स्मृति ईरानी ने खास तौर पर उल्लेख किया कि यह माननीय प्रधानमंत्री का सपना है कि देश में कोई भी बच्चा अनपढ़ न रहे।
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री राकेश कुमार के मुताबिक इस अवसर पर मेले में बड़ी संख्या में विदेशी खरीदार मौजूद हैं। उन्होंने बतायाए “आईएचजीएफ” दिल्ली मेले में होम, लाइफस्टाइल, फैशन, टेक्सटाइल और फर्नीचर के करीब 2980 प्रदर्शक शामिल हो रहे हैं। 110 देशों से 6000 से अधिक खरीदार इस मेले का दौरा कर रहे हैं। राकेश कुमार ने कहा कि इस मेले के विशेष आकर्षणों में डिजाइनर फोरम और रीसाइकल्ड उत्पाद शामिल हैं।