यमुना एक्सप्रेस वे पर 4 डेडिकेटेड थाने खोलने की की गई मांग, यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे में 7 लोगों की मौत के बाद लिया गया ये बड़ा फैसला
यमुना अथॉरिटी ने यमुना एक्सप्रेसवे पर लगातार हो रहे हादसों को देखकर हुई सीईओ डॉक्टर अरुनवीर सिंह ने यह बड़ा फैसला लिया है। यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसे में 7 लोगों की मौत के बाद लिया गया ये बड़ा फैसला। शासन को पत्र लिख यमुना एक्सप्रेस वे पर ही अलग-अलग स्थानों पर चार डेडीकेटेड थाने खोलने की की गई है मांग। गौतमबुध नगर, अलीगढ़, मथुरा,आगरा, एक्सप्रेस-वे के किनारे बनेंगे थाने, जल्द मिल सकती है शासन से स्वीकृति। उसके साथ ही साथ यमुना अथॉरिटी एक्सप्रेस वे पर गस्त करने वाली गाड़ियों की संख्या को भी करेगी डबल। एक्सप्रेस वे पर पेट्रोलिंग कर रही पीसीआर की संख्या को बढ़ाया जाए। अभी तक इस पर 14 गाड़ियां तैनात है जिनकी संख्या को डबल किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस वे पर यात्रा सुगम हो सकेगी।
यमुना विकास प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश शासन को एक बड़ा प्रस्ताव भेजा है। इसके मुताबिक यमुना एक्सप्रेसवे पर अब 4 नए थाने बनाए जाएंगे। यह सभी थाने गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा जिलों में होंगे। चार नए थाने बनने के बाद पुलिस व्यवस्था दुरुस्त होगी। अपराध और सड़क हादसों में भी कमी आएगी। इसके अलावा यमुना प्राधिकरण ने प्रस्ताव में यह भी शामिल किया है कि अब एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग और एंबुलेंस के लिए संसाधन दोगुना कर दिए गए हैं।
फिलहाल यमुना एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग वाहनों की संख्या 14 हैं। इनमें से 6 जेपी और 8 यमुना अथॉरिटी के वाहन हैं। अब इनकी संख्या करीब 28 से 30 हो जाएगी। फिलहाल यमुना एक्सप्रेसवे पर एंबुलेंस की संख्या 6 है। जिनको बढ़ाकर 12 से 15 के बीच किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यमुना अथॉरिटी एक्सप्रेस वे पर विकास कार्यों को लेकर लगातार बैठक कर रही है। जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों ने काफी सारे मुद्दे उठाए हैं। यह मुद्दा भी उठाया गया है कि एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसे ओवरलोड वाहनों की वजह से काफी ज्यादा होते हैं। अब इसको लेकर नई रूपरेखा तैयार की जा रही है। जिसके मुताबिक ओवरलोड और कम गति से चलने वाले वाहनों पर रोक लगाई जाएगी।