प्राचीन कालीन ऐतिहासिक बाराही मेला-.2022, सूरजपुर मे 14 अप्रैल-.2022 से शुरू होगा
सूरजपुर में सैकडों वर्षो से ऐतिहासिक गौरवपूर्ण परंपरागत अपनी भारतीय सभ्यता एंव संस्कृति को सजोए हुए ऐतिहासिक बाराही मेला-2022 नई उमंग के साथ ग्रामीण परिवेश में तैयार है। कोविड-19 महामारी के चलते हुए वर्ष- 2020 और वर्ष- 2021 के अंतराल के बाद अब पुनः इस बार 14 अप्रैल-2022 से लेकर 26 अप्रैल-2022 तक प्राचीन कालीन बाराही मेला-2022 आयोजित किया जा रहा है। प्राचीन कालीन बाराही मेला-2022 की तैयारियों की कडी में आज दिनांक 12 अप्रैल-2022, दिन मंगलवार, समय-12 दोपहर बजे, स्थान- प्राचीन कालीन बाराही मेला प्रांगण सूरजपुर पर एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। सूरजपुर में प्राचीन ऐतिहासिक बाराही मेला.-2022 का आयोजन करने वाली शिव मंदिर मेला समिति( पजी0 ) के अध्यक्ष चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सूरजपुर में वर्षो से लगता चला आ रहा प्राचीन ऐतिहासिक बाराही मेला-.2022 इस बार फिर 14 अप्रैल.-2022 से शुरू होने जा रहा है। कोविड.19 महामारी में भारी त्रासदी के बाद अब धीरे धीरे सब कुछ सामान्य सा होता जा रहा है। देश में बडे पैमाने पर होते जा रहे वैक्सीनेशन के बाद सरकार की ओर से कई तरह की पाबंदियां हटाई जा रही है, यही कारण है कि धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजनों को भी अब छूट मिलनी शुरू हो गई है। इस वर्ष.-2022, प्राचीन कालीन बाराही मेला.-2022 आगामी 14 अप्रैल.-2022 से लेकर 26 अप्रैल.-2022 तक आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी का खतरा अभी पूरी टला नहीं है इसलिए प्राचीन कालीन बाराही मेले में एहतियात के तौर पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। इस कडी में डॉक्टरों की एक टीम भी पूरी तरह से मुस्तैद रहेगी। शिव मंदिर मेला समिति ( पजी0 ) के महामंत्री ओमवीर बैंसला ने बताया कि सूरजपुर में हर वर्ष लगने वाला प्राचीन बाराही मेला.-2022, इस बार कोविड.19 महामारी के बाद पुनः आयोजित किया जाएगा। बाराही मेला.-2022 का आयोजन 14 अप्रैल.-2022 से लेकर 26 अप्रैल.-2022 तक किया जाएगा और जिसकी सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि वर्ष.-2019 में प्राचीनकालीन बाराही मेले का आयोजन भव्य तरीके से किया गया था, किंतु वर्ष.- 2020 और साथ ही वर्ष.-2021 कोविड.-19 महामारी की वजह से भारत ही नही अपितु पूरे विश्व के लिए एक तरह से काल बन कर आए और यहां तक की कई लोगों ने अपनों को भी खोया, किंतु अब धीरे धीरे सब कुछ सामान्य हो रहा है, इसलिए निर्णय लिया गया है कि बाराही मेला रूपी इस सांस्कृतिक परंपरा को पुनः चालू किया जाए। इस बार मेले में रागनियों की श्रंखला चलेगी। 12 दिवसीय इस बाराही मेले मेंं शाम को स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा रागिनयां प्रस्तुत की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्राचीन कालीन बाराही मेला 14 अप्रैल-2022 से भजन संध्या से शुरू हो जाएगा, 14 अप्रैल-2022 को मेला समिति के अध्यक्ष चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान ध्वजारोहण कर शुभारंभ करेंगे और सांय 4 बजे भजन संध्या होगी। जब कि दूसरे दिन 15 अप्रैल-2022, शुक्रवार को बाराही मेला विधिवत शुरू हो जाएगा। इस दिन ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण, पुलिस आयुक्त गौतमबुद्ध नगर आलोक सिंह और जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर सुहास एल.वाई दीप प्रज्वलित कर बाराही का विधिवत उद्घाटन करेंगें। बाराही मेला समिति मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि इस बार लगने वाले बाराही मेला.-2022 की तैयारियां पूरे जोर शोर से शुरू कर दी है। यहां प्राचीन मंदिरों की रंगाई पुताई कर प्रति वर्ष की भांति सजाया जा चुका है। बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ मेलें की मुख्य थीम होगी साथ ही कोरोना से बचाव के लिए भी जागरूक किया जाता रहेगा। शिव मंदिर मेला समिति के कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल ने कहा कि बाराही मेले में आने वाले दर्शकों के लिए पार्किंग की व्यवस्था पूर्व भांति की गई है, जहां लोग अपने वाहन पार्क कर मेले का लुत्फ उठा सकते हैं। इसके साथ ही बाराही मेले में प्रवेश के लिए दो मुख्य प्रवेश द्वार होंगे जिनमें एक कस्बे के अंदर से आता है। नोएडा दादरी रोड से बर्फ खाना के पास से प्रवेश कर मेला स्थल तक पहुंचा जा सकता है। जब कि दूसरा प्रवेश द्वार सूरजपुर पुलिस चौकी और देवला के बीच नोएडा दादरी रोड पर है, जहां से लोग अपने वाहनों द्वारा पार्किंग स्थल पर पहुंच कर मेला स्थल पर प्रवेश पा सकते हैं। इसके साथ ही किसी भी तरह की समस्या होने पर मेला समिति अथवा वॉल्येंटरों से संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मेले में खानपान व सामान के लगभग 200 स्टॉल लगाए गए है। बच्चों के मनोरंजन के लिए कठपुतली शो, नट कला,मौत का कुआ, चार पोल सर्कस जादूगर शो और विभिन्न प्रकार के झूले लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि साथ ही ऐहतियात के तौर पर मेले को सुरक्षित माहौल में संपन्न कराने के लिए शिव मंदिर मेला समिति द्वारा थाना पुलिस के साथ बैठक के दौरान मांग की गई है कि पुलिस सुरक्षा दस्ते में कम से कम 50 सिपाही,20 हैड कांस्टेबल, 10 पुलिस उपनिरीक्षक,4 घुड़सवार पुलिस और 10 ट्रेफिक पुलिस तथा 1 कंपनी पीएसी लगाई जावे। बाराही मेले के अंतिम दिन 26 अप्रैल को दोपहर 2.30 बजे से 101 रूपये से लेकर 31000 रूपये तक के दंगल में दूर दूर आकर पहलवान अपनी मल्ल कला का प्रदर्शन करेंगे। पत्रकार वार्ता में इस मौके पर बाराही मेला समिति संरक्षक डा0 धनीराम देवधर, श्रीचंद भाटी, मेला अध्यक्ष चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान, महामंत्री ओमवीर बैंसला, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिजेंद्र ठेकेदार, महाप्रबंधक बिजेंद्र सिंह आर्य, सहसचिव विनोद भाटी, उपाध्यक्ष विनोद कौंडली, उपाध्यक्ष जगदीश भाटी एडवोकेट,उपाध्यक्ष भूदेव शर्मा, मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा, सह मीडिया प्रभारी लीलू भगतजी और राजवीर शर्मा, व्यवस्थापक रवि भाटी, व्यवस्थापक भोपाल ठेकेदार, संगठन मंत्री ज्ञानेंद्र देवधर, प्रचार मंत्री पवन जिंदल,सह व्यवस्थापक धर्मवीर तंवर, व्यवस्थापक महाराज सिंह उर्फ पप्पू, उप प्रचार मंत्री हरि किशन, सह व्यस्थापक ब्रहम सिंह नागर, सह व्यस्थापक तोलाराम, सह व्यस्थापक राकेश बैंसला, सह व्यस्थापक देवेंद्र देवधर और सदस्यों में सतपाल शर्मा एडवोकेट, प0 शिवदत्त आर्य, राजेश शर्मा, सुनील शर्मा, राजपाल खटाना, रूपेश चौधरी, भंवर सिंह बैसोया, अनिल कपासिया, अज्जू भाटी, देवा शर्मा, हरि शर्माए राजकुमार नागर, सुभाष शर्मा, रामौतार गर्ग, विशाल गोयल आदि पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।