वन मैप ग्रेनो का समसारा स्कूल के छात्रों ने किया अध्ययन
-सीईओ ने वन मैप के बारे में छात्रों को खुद दी जानकारी
-वन मैप के फीचर को अपने प्रोजेक्ट में शामिल करेंगे छात्र
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को करोड़ो रुपये के खाली प्लॉट की जानकारी देने वाला वन मैप यहां के छात्रों के लिए भी अध्ययन का विषय बन गया है। बुधवार को ग्रेटर नोएडा के समसारा द वर्ल्ड एकेडमी के छात्रों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आकर वन मैप ग्रेटर नोएडा के बारे में जानकारी ली। प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने खुद छात्रों को इसके बारे में जानकारी दी।
दरअसल, ग्रेनो प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने ग्रेटर नोएडा से जुड़ी हर जानकारी को आम पब्लिक तक पहुंचाने के लिए वन मैप तैयार कराया है। इसे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट www.greaternoidaauthority.in से लिंक किया गया है। उस पर क्लिक करते ही ग्रेटर नोएडा की सारी जानकारी कंप्यूटर पर मिल जाती है। मसलन, सिटीजन कॉलम पर क्लिक करने से ग्रेटर नोएडा में स्थित बस स्टॉप और पुलिस स्टेशन, पोस्ट ऑफिस, सार्वजनिक शौचालय कहां हैं, यह सब पता चल जाएगा। ग्रेटर नोएडा के बुक मार्क जैसे कि परी चौक, जेपी ग्रींस, इंडिया एक्सपो मार्ट, सिटी पार्क आदि कहां हैं। सेक्टर में स्थित एक-एक प्लॉट और उसके आवंटी का ब्योरा भी आप वन मैप से देख सकते हैं। आवासीय, इंडस्ट्री, संस्थागत, वाणिज्यिक, आईटी आदि के कितने भूखंड खाली हैं, इसे भी आप यहां देख सकते हैं और अपनी जरूरत के हिसाब से स्कीम के जरिए आवेदन कर प्लॉट भी पा सकते हैं। बीते दिनों वन मैप के जरिए कई खाली प्लॉटों के बारे में प्राधिकरण को जानकारी हुई, जिसे आवंटित करने से करोड़ो रुपये की आमदनी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को हुई। इसकी खूबियों की खूब चर्चा हो रही है। समसारा द वर्ल्ड एकेडमी के 11वीं कक्षा के छात्रों पृथ्वीराज चौहान व लवन्या मराठिया ने बुधवार को अपनी प्रधानाचार्या कैप्टन प्रवीण रॉय और शिक्षक सौरव कुमार शर्मा के साथ प्राधिकरण आकर वन मैप ग्रेटर नोएडा का अध्ययन किया। सभी ने इसे बहुत जन उपयोगी और अन्य एप से अलग बताया। छात्रों ने कहा कि वन मैप से ग्रेटर नोएडा में निवेशकों को आकर्षित करने में बहुत मदद मिलेगी। ये छात्र वन मैप ग्रेटर नोएडा को अपने क्लास के प्रोजेक्ट में शामिल करेंगे। इसके साथ ही छात्रों ने वन मैप मेें आसपास के जनसंख्या घनत्व व पार्किंग एरिया का ब्योरा जोड़ने का सुझाव दिया। सीईओ ने इन दोनों सुझावों पर पहले से ही काम जारी होने की बात कही। इस दौरान सिस्टम विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।