आईईएमएल ने राजेश कुमार जैन को अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में नया स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया
11वीं असाधारण आम बैठक (आईईएमएल)
इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट लिमिटेड का गठन 12 अप्रैल, 2001 को नई दिल्ली में ‘इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट लिमिटेड’ एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी के तौर पर किया गया, 26 मार्च 2003 को तत्कालीन उप प्रधानमंत्री श्री लाल कृष्ण आडवाणी ने इसकी आधारशिला रखी और वेन्यू का उद्घाटन 6 जनवरी 2006 को भारत के माननीय प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने किया था. हस्तशिल्प, आतिथ्य और निर्यात सेक्टर को बुलंद करने के ईरादे से चिरस्थायी कार्यात्मक आजादी पाने के लिए दृढ़ संकल्प, श्री राकेश कुमार शर्मा ने ग्रेटर नोएडा के तत्कालीन नए समेकित औद्योगिक टाउनशिप में एक व्यापाक, अत्याधुनिक, बहुउद्देशीय प्रदर्शनी स्थल और एक्सपोर्ट सेंटर की परिकल्पना की जो मार्ट और प्रदर्शनी और सम्मेलन क्षेत्रों से निर्बाध जुड़े रहें और ध्वनि एवं नवीन सुविधाओं से सुसज्जित हों, मुख्य रूप से उसका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य प्रदर्शनियों के भारत में आयोजन की मूलभूत जरूरतों के अंतर को पूरा करना और निर्यात बिरादरी की जरूरतों को पूरा करने के साथ साथ भारत में आरंभ हुए बैठक, पहल, सम्मेलन और प्रदर्शनी (एमआईसीई) ट्रेड को बढ़ावा देना था.
स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) के रूप में परिकल्पित, आईईएमएल का वित्तपोषण शुरू में निर्यातकों ने किया, ध्यानपूर्वक योजनाएं बनाई गईं, और भारतीय हस्तशिल्प निर्यातक बिरादरी और अन्य सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों/निकायों ने सार्वजनिक निजी भागीदारी परियोजना पीपीई) के रूप में इसका सामूहिक रूप से प्रोत्साहन और तीव्र समर्थन किया गया. इसके औचित्य पर विस्तृत अध्ययन के बाद और भारत सरकार, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण और निर्यात समुदाय के पहल से एक 700 करोड़ रुपये की इंडिया एक्सपो सेंटर ऐंड मार्ट परियोजना शुरू की गई. पीपीई को चरणबद्ध तरीके से तय समय से पहले पूरा करने के साथ ‘राउंड ओक्लॉक इंटरनैशनल मार्केटिंग’ के जरिए भारतीय हस्तशिल्प निर्यात की विशाल क्षमता को और मजबूत बनाने वाली आईईएमएल देश की पहली अत्याधुनिक परियोजना बन गई.
आज यह देखना बहुत संतोषजनक है कि आईईएमएल का अंतरराष्ट्रीय व्यापार समुदाय के बीच एक महत्वपूर्ण उल्लेख होता है जो अब ग्रेटर नोएडा को एक सुविधाजनक व्यवसाय और ट्रैवल जंक्शन के रूप में भी पहचानते हैं, अब विश्वस्तरीय सुरक्षा मानकों, सुविधाओं और टेक्नोलॉजी के दुर्लभ संयोजन के साथ 1,000 मिलियन से अधिक टर्नओवर वाले इस भव्य आयोजन स्थल का शायद ही कोई विकल्प हो जो अंतरराष्ट्रीय बी-बी इवेंट के लिए उपयुक्त हो और बिजनेस के लिए विदेशी खरीदारों के साथ साथ कुटीर उत्पादों के निर्यातकों के लिए अहम कॉन्टैक्ट पॉइंट के रूप में भी काम करता हो.
इतनी भव्य और बड़ी सुविधा की स्थापना के लिए प्रशंसा की जाती है और उम्मीद जताई जाती है कि इसकी सुविधाओं और विशाल क्षमता का उपयोग किया जाएगा.
आईईएमएल ने अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में नए स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति की है.
27 दिसंबर, 2021- नई दिल्ली- श्री राकेश कुमार शर्मा (कार्यकारी अध्यक्ष- आईईएमएल) ने सोमवार को घोषणा की कि 11वीं असाधारण आम बैठक में कंपनी ने 27 दिसंबर 2021 से अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में आईईएमएल ने मोहम्मद फहद इकराम, श्री प्रदीप नवनीतलाल मुछला, श्री राजेश कुमार जैन, सुश्री स्निग्धा सलूजा, श्री सुनील सिक्का और श्री निर्मल भंडारी को स्वतंत्र निदेशकों के रूप में नियुक्त किया है.
इसके साथ ही, श्री शर्मा ने नए स्वतंत्र निदेशकों के बारे में जानकारी भी दी:
मोहम्मद फहद इकराम:
श्री इकराम डी मॉन्फोर्ट यूनिवर्सिटी से ऑर्ट्स में बैचलर्स की डिग्री हासिल की है. उन्हें मेटल निर्यात और ट्रैवल उद्योग में वृहद और अनेकों अनुभव है. फिलहाल वे एक साझेदार के रूप में हक ब्रदर्स और यूरो कलेक्शन से जुड़े हुए हैं. वे बतौर निदेशक ईटीसी एंटरोरिस प्राइवेट लिमिटेड का नेतृत्व भी कर रहे हैं.
श्री प्रदीप नवनीतलाल मुछला
श्री मुछला ने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में स्नातक की डिग्री पाई है. उन्हें फैशन बाजार का समृद्ध ज्ञान और अनुभव है. उन्हें हस्तशिल्प, फैशन जूलरी और फैशनेबल एक्सेसरीज के निर्यात बिजनेस में 1975 से 44 से अधिक वर्षों का अनुभव है. वे ईपीसीएच के बोर्ड में भी थे.
श्री राकेश कुमार जैन:
श्री राकेश कुमार जैन
श्री जैन चार्टर्ड अकाउंटेंट और कॉस्ट ऐंड मैनेजमेंट अकाउंंटेंट हैं कोलकाता के सेंटजेवियर्स यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में स्नातक हैं. वे एक्समार्ट इंटरनैशनल, नई दिल्ली, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद, भारत, टीपीएफ ऑर्गेनाइजेशन और जेआईटीओ, नई दिल्ली जैसी कई संस्थानों से भी जुड़े हैं.
सुश्री स्निग्धा सलूजा:
सुश्री सलूजा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस ऐंड मेरी कॉलेज से कॉमर्स की डिग्री हासिल की है.
उनके पास पढ़ने लिखने की उत्कृष्ठ क्षमता है जो उन्हें एक स्वतंत्र पत्रकार बनाता है. अपनी शादी के बाद वे अपने पारिवारिक बिजनेस से जुड़ गईं और 195 में एनकोर एक्सपोर्ट्स के नाम से उन्होंने एक निर्यात उद्यम शुरू किया. वे ईपीसीएच की महिला उद्यमी के पुरस्कार से भी सम्मानित की जा चुकी हैं. अब उन्होंने अमेरिकी होटल इंडस्ट्री में अपना एक उद्यम शुरू किया है.
श्री सुनील सिक्का:
श्री सिक्का दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएट हैं. वे एक जाने माने होटल चेन के पूरे भारत के प्रमोटर डायरेक्टर हैं. निर्यात के व्यापार में उन्हें 37 वर्षों से अधिक का तजुर्बा है.
श्री निर्मल भंडारी:
श्री भंडारी ने जोधपुर विश्वविद्यालय से कॉमर्स में स्नातक किया है. उन्हें लकड़ी और लौह हस्तशिल्पों, फर्नीचर एवं एक्सेसरीज के उत्पादन और निर्यात की बहुत गहरी जानकारी और लंबा अनुभव है. वे भंडारी एक्सपोर्ट्स और जीके एक्सपोर्ट्स (हस्तशिल्प/ लकड़ी, लौह, पीतल आदि के फर्नीटर आइटम के निर्यात) के मालिक हैं. साथ ही वे उम्मेद क्लब, जोधपुर हस्तशिल्प निर्यात संघ, जोधपुर के पूर्व अध्यक्ष हैं, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच), नई दिल्ली के पूर्व उपाध्यक्ष और हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच), नई दिल्ली की प्रशासनिक समिति के पूर्व सदस्य भी रह चुके हैं.