यूपी टीईटी पेपर लीक मामले में योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, सस्पेंशन के बाद पीएनपी सचिव संजय उपाध्याय गिरफ्तार
ब्रेकिंग न्यूज़:–
- यूपी एसटीएफ नोएडा यूनिट ने संजय उपाध्याय को किया गिरफ्तार
- तत्कालीन सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज की मिली संलिप्तता
- संजय उपाध्याय ने बिना जांच के दिल्ली की एक प्रेस कंपनी को पेपर प्रिंट करने का दिया था आर्डर
- वही से अन्य जगह UPTET का पेपर हुआ था आउट
- लंबी पूछताछ के बाद नोएडा एसटीएफ यूनिट ने किया गिरफ्तार
- दिल्ली के प्रिंट करने वाली कंपनी के मालिक की कल हुई गिरफ्तारी में कबूला था इसका नाम
- संजय उपाध्याय को पूछताछ के लिए बुलाया था एसटीएफ मुख्यालय सूरजपुर
- अबतक एसटीएफ ने कुल 32 लोगों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
- प्रयागराज से 18, शामली-4 लख़नऊ-4, अयोध्या-3 बागपत-1 नोएडा-1 कौशाम्बी से 1 कुल 32 को किया गिरफ्तार
- यूपी के विभन्न जनपदों में एसटीएफ की यूनिट ने अबतक कुल 10 मामले किये है दर्ज।
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) 2021 पेपर लीक केस में योगी सरकार ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) संजय उपाध्याय के निलंबन के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें अहम कार्य में गोपनीयता न बरतने और परीक्षा की शुचिता बरकरार न रख पाने में प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। संजय उपाध्याय को लखनऊ से गिरफ्तार कर नोएडा ले जाया गया है। इसके पहले यूपी एसटीएफ ने प्रश्नपत्र छापने वाली एजेंसी के निदेशक राय अनूप प्रसाद को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। इस एजेंसी को प्रश्न पत्र छापने का वर्क आर्डर संजय उपाध्याय ने जारी किया था।
यूपी के एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि टीईटी पेपर लीक केस में शुरुआत में ही स्पष्ट कर दिया गया था कि सख्त एक्शन लिया जाएगा। कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में अब तक 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके अनुसार पूछताछ के बाद यूपी एसटीएफ की टीम ने पीएनपी सचिव संजय उपाध्याय गिरफ्तार किया है। कोर्ट में पेश किए जाने के बाद पुलिस उन्हें रिमांड पर लेकर और पूछताछ करेगी। उन्होंने कहा कि पीएनपी सचिव संजय उपाध्याय के खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य हैं। इसी आधार पर उनकी गिरफ्तारी की गई है। सरकार पहले ही उन्हें निलंबित कर चुकी है। इससे पहले प्रश्न पत्र छापने वाली कंपनी के निदेशक अनूप प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है। पेपर लीक के लिए दोनों जिम्मेदार पाए गए हैं।
बता दें मंगलवार को यूपीटीईटी प्रश्नपत्र लीक मामले में एसटीएफ नोएडा यूनिट ने दिल्ली में जिस प्रिंटिंग प्रेस में प्रश्न पत्र छपे थे उसके मालिक राय अनूप प्रसाद को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड के डायरेक्टर राय अनूप प्रसाद व कई अन्य के खिलाफ ग्रेटर नोएडा की सूरजपुर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार टीईटी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करने के लिए कई अलग-अलग जिले के लोगों से आरोपित संपर्क में था। परीक्षा वाले दिन प्रश्न पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया था। फिनसर्व कंपनी को पेपर छापने का ठेका संजय उपाध्याय ने ही दिया था।
योगी सरकार में पीएनपी के दूसरे सचिव पर कार्रवाई : योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) के स्तर पर गड़बड़ी होने के मामले में दूसरी बार सचिव पर बड़ी कार्रवाई की है। इसके पहले वर्ष 2018 में 68500 शिक्षक भर्ती में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप में इससे भी बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें तत्कालीन सचिव सुत्ता सिंह सहित कई अफसरों को निलंबित कर दिया गया था। अब यूपीटीईटी में गोपनीयता के उच्चस्तरीय मानदंडों का पालन नहीं करने के आरोप में परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय कुमार उपाध्याय को निलंबित कर गिरफ्तार भी कर लिया गया है। यह इस पद पर छह महीने भी नहीं रह पाए।