श्रीराम मित्र मंडल रामलीला मंचन नोएडा : आकाश मार्ग से हुआ सीता हरण, 150 फुट की उँचाई से दृश्य का किया गया मंचन
नोएडा। श्रीराम मित्र मण्डल रामलीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला मंचन के सातवें दिन मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री अशोक प्रधान, मदन चौहान पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, मंगु सिंह प्रबंधक निदेशक दिल्ली मेट्रो, जय भगवान गोयल राष्ट्रवादी शिव सेना प्रमुख, के०के० अग्रवाल पार्षद दिल्ली नगर निगम, द्वारा दीपप्रज्जवलन कर लीला मंचन का शुभारम्भ किया गया । रावण दरबार में सुर्पणखा विलाप करती हुई पहुंचती हैं। रावण ने उसकी दशा देखकर पूछा कि तेरे नाक कान किसनेकाटे। सुर्पणखा ने कहा कि राम लक्ष्मण दशरथ के पुत्र हैं। राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने मेरे नाक कान काटे है और उन्होंने खर दूषण और त्रिसरा का भी वध कर दिया। रावणसोचता हैं खर दूषण को मारने वाला कोई साधारण मनुष्य नहीं हो सकता , निश्चित ही कोई अवतार है।‘‘ तो मै जाइ बैर हठि करऊॅ। प्रभु सर प्रान तजे भव तरऊॅ’’। रावण मारीचिके पास जाता हैं और राम से बदला लेने के लिए कपट मृग बनने को कहता हैं। मारीचि सोने का मृग बनकर पंचवटी से निकलता हैं तो सीता राम जी से उस स्वर्ण मृग की खाललाने को कहती हैं। राम जी उसके पीछे जाते है और उस स्वर्ण मृग को एक बाण से मार देते हैं। मारीचि मरते समय हा लक्ष्मण हा लक्ष्मण की आवाज करता हैं। सीता जी ने रामको संकट में जानकर लक्ष्मण को उनकी सहायता में भेजती है। मौका देखकर लंकेश साधु का वेश रखकर सीता को जबरदस्ती सीता को रथ में बैठाकर आकाश मार्ग से जाता हैं इस बार सीता हरण के सजीव चित्रण के लिए 150 फुट की उँचाई से दृश्य का मंचन किया गया ।‘‘ गीधराज सुनि आरत बानी। रघुकुलतिलक नारि पहिचानी’’।जटायु रावण पर हमला कर देते हैं इसके बाद लंकेश जटायु के पंख तलवार से काट देता है। इधर राम लक्ष्मण पंचवटी पहुंचते हैं वहां पर सीता को न पाकर दुःखी होकर ढूंढनेलगते हैं।‘‘ हे खग मृग हे मधुकर श्रेनी तुम देखी सीता मृग नैनी’’।
रास्ते में घायल गिद्ध राज जटायु मिलते हैं वह सारा वृतांत बताते हैं और भगवान की गोद में अपने प्राणत्याग देते हैं। उसके बाद भगवान सबरी के आश्रम पहुंचते हैं जहां पर प्रेम भक्ति में सबरी के झूठे बेर खाते हैं। इसके बाद रिष्यमूक पर्वत पर पहुंचते हैं जहां सुग्रीव निवास करतेहैं। हनुमान जी उनके पास ब्रहमचारी का वेष बनाकर पहुंचते है और पूछते हैं‘‘ को तुम्ह स्यामल गौर सरीरा। छत्री रूप फिरहु बनवीरा।’’ सुग्रीव से मित्रता होती है और सुग्रीव बालीकी दुष्टता के बारे में बताता हैं। सुग्रीव और बाली का युद्ध होता हैं और भगवान राम बाली का वध कर देते हैं। बाली कहता हैं‘‘ मै बैरी सुग्रीव पिआरा। अवगुन कवन नाथ मोहिमारा।’’ भगवान राम कहते हैं‘‘ अनुज वधू भगिनी सुत नारी। सुनु सठ कन्या ए सम चारी’’।‘‘ इन्हहि कुदृष्टि विलोकइ जोई। ताहि बधे कछु पाप ना होई’’। इस प्रकार प्रभु श्रीरामबाली को अपने परम धाम पहुंचा देते हैं। इसी के साथ आठवें दिन की लीला का समापन होता हैं। श्रीराम मित्र मंडल के मीडिया प्रबंधक चंद्रप्रकाश गौड़ ने बताया 28 सितंबर को हनुमान विभीषण भेंट, सीता दर्शन, लंका दहन आदि प्रसंगों का मंचन किया जायेगा। श्रीराम मित्र मंडल रामलीला समिति के महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा ने आज नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आलोकटंडन, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी आर० के० मिश्रा, ए० के० श्रीवास्तव , मुख्य अभियंता होम सिंह, परियोजना अभियंता विधुत आर०पी० सिंह से मुलाकात कर रामलीला स्थल सी-57, सेक्टर-62 मे प्रकाश कीव्यवस्था हेतु आग्रह किया । नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए रामलीला मेदान मे प्रकाश की व्यवस्था हेतु तुरंत आदेश दिए उसके पश्चात से रामलीला मेदान प्रकाश हेतु खंबे लगानेका कार्य चालू हो गया है संभवत कल दोपहर तक प्रकाश की व्यवस्था पूर्ण हो जाएगी ।
इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष बीपी अग्रवाल, अध्यक्ष धर्मपाल गोयल, महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग, वरिष्ट संरक्षक उमाशंकर गर्ग, विशेष अतिथि सतीश सिंघल ,वरिष्ट उपाध्यक्षआत्माराम अग्रवाल, वरिष्ट संरक्षक प्रणय गर्ग,वरिष्ट उपाध्यक्ष उमानंद कौशिक, राजकुमार गर्ग, दिनेश गोयल, मुकेश सिंघल, डा०ए० के० त्यागी, ओमवीर शर्मा,सतनारायण गोयल, अनिल गोयल, रविंद्र चौधरी,मीडिया प्रभारी मुकेश गोयल , अशोक चौहान, हरी गुप्ता, सलाहकार मनोज शर्मा, सह-सलाहकार मुकेश गुप्ता, मीडिया प्रबंधक चंद्रप्रकाश गौड़, जे0एम0 गुप्ता, संरक्षक श्रीकांत बंसल, संरक्षक गजेंद्र बंसल, संरक्षकविजय भारद्वाज, यशवीर त्यागी, अर्जुन प्रजापति, तरुण राज, प्रशांत झा, पूनम गोयल , दीपक मंडल, पवन गौतम , जे० सी० नारंग, विनोद नामदेव , सोनू यादव,पवन गोयल, रामरूप गोयल, अजय सिंघल, संदीपचोपड़ा, सहित श्रीराम मित्र मण्डल के पदाधिकारी व शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे।