14 उद्योगों को मिली जमीन, प्राधिकरण को एक मुस्त पैसा
- ड्रॉ व इंटरव्यू के जरिए औद्योगिक योजना के आवेदकों को जमीन आवंटित
- सभी ने एकमुश्त भुगतान का विकल्प चुने, प्राधिकरण को 130 करोड़ मिलेंगे
ग्रेटर नोएडा। औद्योगिक निवेशकों के लिए ग्रेटर नोएडा एनसीआर में पहली पसंद बना हुआ है। इसका ताजा उदाहरण औद्योगिक योजना से देखने को मिला। इस योजना के अंतर्गत 14 भूखंड आवंटित हुए। इन आवंटियों ने एकमुश्त भुगतान का विकल्प चुना, जिससे प्राधिकरण को बहुत जल्द 130 करोड़ रुपए की एकमुश्त आमदनी होगी। वहीं, इन भूखंडों पर उद्योगों के लगने से करीब 800 करोड़ के निवेश व 2000 को रोजगार भी मिलेंगे।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर औद्योगिक भूखंडों की योजना लांच की गई थी। ये भूखंड सेक्टर ईकोटेक 10, ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन, ईकोटेक-8, ईकोटेक -6, ईकोटेक 10, सेक्टर-16, ईकोटेक -11 व ईकोटेक-6 में स्थित हैं। इस योजना के अंतर्गत भूखंडों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। 4000 वर्ग मीटर से कम आकार के भूखंडों का आवंटन ड्रा से और 4000 वर्ग मीटर से बड़े आकार के भूखंडों का आवंटन साक्षात्कार के जरिए होना था। इस ओपन एंडेड स्कीम के आवेदकों के लिए इंटरव्यू व ड्रॉ बृहस्पतिवार व शुक्रवार को संपन्न हो गए। इसमें 14 आवेदक सफल हुए। इन सभी आवेदकों ने आवंटित भूखंड के एवज में एकमुश्त भुगतान का विकल्प चुना है, यानी आवंटन के समय आवंटित जमीन की कुल कीमत का भुगतान एक साथ कर देंगे। इससे प्राधिकरण को 130 करोड़ रुपए एक साथ मिल जाएंगे। शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ दीपचंद्र की अध्यक्षता में ओएसडी सचिन कुमार सिंह, प्रभारी उद्योग मयंक श्रीवास्तव समेत प्राधिकरण के कई अधिकारियों ने ड्रॉ संपन्न कराया। पारदर्शिता के साथ ड्रॉ की प्रक्रिया पूरी की गई। इन सभी भूखंडों पर उद्योग लगने से करीब 800 करोड़ रुपये के निवेश और 2000 लोगों को रोजगार का भी आकलन है। वहीं, इस वित्तीय वर्ष में अब तक एकमुश्त भुगतान के तहत करीब 600 करोड़ रुपए की जमीन आवंटित की जा चुकी है, जिससे करीब 3000 करोड़ रुपए का निवेश और 7000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।