अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून जरूरी है – नंद गोपाल वर्मा
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून जरूरी है – नंद गोपाल वर्मा
रबूपुरा – नेशनल प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव नंद गोपाल वर्मा ने कहा कि हमारे लोकतांत्रिक देश में प्रेस को सामाज का दर्पण माना गया है। किंतु वर्तमान परिवेश में पत्रकार व पत्रकारिता के स्रोत असुरक्षित होते जा रहे हैं यह बात देश की सर्वोच्च न्यायालय ने भी माना है। नंद गोपाल वर्मा गुरुवार को रबूपुरा में आयोजित शुभ दीपावली पत्रकार मिलन समारोह में बोल रहे थे। इसी मौके पर पत्रकारों ने सामाजिक चिंतक व वरिष्ठ पत्रकार नंद गोपाल वर्मा को शाल ओढ़ाकर उनका सम्मान भी किया। तत्पश्चात नंद गोपाल वर्मा ने कहा कि लखीमपुर खीरी के पत्रकार रमन कश्यप समेत सैकड़ों पत्रकारों की जान चले जाना प्रमाण है। कि देश के लोकतंत्र में स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति खतरे में आने लगी है। जो भारी चिंताजनक है,इसे देश के सर्वोच्च न्यायालय ने भी पत्रकारों एवं उनकी पत्रकारिता के स्रोतों की सुरक्षा के प्रति चिंता जताई है। नंद गोपाल वर्मा ने आगे कहा कि असली भारत की सच्ची तस्वीर ग्रामीण पत्रकारिता ही दिखाती है। इसलिए सरकार को चाहिए। कि देश में लोकतंत्र एवं अभिव्यक्ति (प्रेस) की स्वतंत्रता की आजादी की रक्षा के लिए, पत्रकार सुरक्षा कानून बना, भारतीय संविधान में शामिल करके पत्रकारों को संवैधानिक सुरक्षा अधिकार प्रदान कराये। वर्मा ने बताया कि पिछले काफी समय से नेशनल प्रेस क्लब ऑफ इंडिया एवं अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति द्वारा प्रदेश व केंद्र सरकार को ज्ञापन इत्यादि भेज कर संविधान में पत्रकारिता की अधिकारिकता सुनिश्चित करने हेतु पत्रकार सुरक्षा अधिनियम बनाए जाने की मांग की जाती रही है। वर्मा ने उम्मीद जताई कि सरकार इस और शीघ्र ध्यान देगी। इस मौके पर प्रदीप सिंह भाटी, गौरव शर्मा, राधेश्याम बघेल, उपेंद्र भाटी, प्रदीप सिंह प्रधान,दिनेश शर्मा एवं हरिश्चंद्र आदि पत्रकार मौजूद रहे।