मुख्यमंत्री योगी ने दिए सख्त निर्देश : रात में अब नहीं होगी बिजली कटौती, बोले- आपूर्ति के लिए सभी कदम उठाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि प्रदेश में शाम छह बजे से सुबह सात बजे तक निरंतर विद्युत आपूर्ति होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है और विभिन्न स्थानों पर रामलीला का मंचन हो रहा है। ऐसे समय में रात्रि में कोई बिजली कटौती नहीं होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि विद्युत संयंत्रों को पर्याप्त कोयला आपूर्ति के लिए सभी सार्थक कदम उठाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने बिजली संकट के बीच सोमवार शाम अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों जिलाधिकारियों पूर्वांचल, मध्यांचल, दक्षिणांचल, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगमों तथा केस्को के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बिजली आपूर्ति की समीक्षा की। उन्होंने यूपीपीसीएल चेयरमैन एम देवराज को प्रदेश में विद्युत संयंत्रों की कोयला आपूर्ति की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा त्रुटिपूर्ण विद्युत बिलों के कारण उपभोक्ता को परेशानी नहीं होनी चाहिए। एग्रीमेंट के अनुसार कार्य न करने वाली विद्युत बिलिंग एजेंसियों की सिक्योरिटी जब्त की जाए। उन पर एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही ब्लैक लिस्ट भी किया जाए।
जल्द ही ओटीएस
सीएम ने शीघ्र ही एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खराब ट्रांसफामरों को ग्रामीण इलाकों में 48 तथा शहरी क्षेत्रों में 24 घंटों में आवश्यक रूप से बदला जाए। बदले गए ट्रांसफार्मर की गुणवत्ता भी परखी जानी चाहिए तथा क्षमता वृद्धि के संबन्ध में लागू व्यवस्था को क्रियान्वित किया जाए।
ट्यूबवेल कनेक्शन दें
सीएम ने कहा कि किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी के संबंध में तत्काल कार्यवाही की जाए। जिन किसानों ने कनेक्शन के लिए भुगतान कर दिया है, उन्हें तत्काल कनेक्शन दिया जाए। सौभाग्य योजना सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों के विद्युत बिलों में गड़बड़ी के मामलों का तत्काल समाधान कराया जाए।
सभी की जवाबदेही तय
सीएम ने कहा कि लाइन लॉस कम करें। सभी निगमों के प्रबंध निदेशक फीडर स्तर पर जवाबदेही तय कर कार्य करें। यूपीपीसीएल के चेयरमैन स्तर पर प्रतिदिन इनकी समीक्षा विद्युत वितरण निगमवार होनी चाहिए। हर दूसरे दिन अपर मुख्य सचिव ऊर्जा द्वारा प्रगति की समीक्षा की जाए तथा रिपोर्ट ऊर्जा मंत्री को उपलब्ध करायी जाए। ऊर्जा मंत्री द्वारा प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा की जाए। बैठक में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, संजय प्रसाद, पी. गुरुप्रसाद आदि मौजूद थे।