श्रीराम मित्र मण्डल रामलीला : राम जन्म से अयोध्या मे खुशी की लहर
नोएडा । श्रीराम मित्र मण्डल नोएडा द्वारा सेक्टर-62 के रामलीला मैदान में आयोजित रामलीला मंचन के दूसरे दिन मुख्य अतिथि मनोज गुप्ता जिला अध्यक्ष नोएडा भारतीय जनता पार्टी एवं हर्ष चुतर्वेदी सह संयोजक आईटी सेल उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर लीला का शुभारंभ किया। समिति के महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा ने सभी अतिथियों व उपस्थितजनों का स्वागत किया। अध्यक्ष धर्मपाल गोयल ने सभी उपस्थितजनों का धन्यवाद ज्ञापन किया। प्रथम दृश्य में श्रवण कुमार अपने अंधे माता-पिता को तीर्थ यात्रा पर ले जाते समय जंगल से गुजरते हैं। जब माता-पिता को प्यास लगती है तो श्रवण कुमार उन्हें पेड़ की छांव में बैठाकर नदी में जल लेने चले जाते हैं। इसके बाद दिखाया जाता है कि कैसे महाराजा दशरथ के एक बाण से श्रवण कुमार की मृत्यु हो जाती है। महाराजा दशरथ को पूरी घटना का पता चलता है तो वे श्रवण कुमार के माता-पिता के लिए जल लेकर पहुंचते हैं। माता-पिता को पुत्र की मृत्यु का पता चलता है तो वे महाराजा दशरथ को पुत्र वियोग का श्राप देते हैं। राजा दशरथ के संतान न होने के कारण अपने कुलगुरु वशिष्ठ जी के पास जाना, वशिष्ठ जी द्वारा श्रृंगी ऋषि द्वारा शुभ पुत्र कामेष्ठि यज्ञ करवाना। यज्ञ कुंड से अग्नि देवता का प्रकट होकर खीर प्रदान करना। राजा दशरथ द्वारा तीनों रानियों कौशल्या, कैकई और सुमित्रा को खीर प्रदान करना और खीर खाकर तीनों रानियों का गर्भवती होने की लीला हुई। भगवान राम के साथ तीनों भाईयों के जन्म लेते ही राजा दशरथ और रानी कौशल्या बड़े ही उत्साहित थे। अवध में चारों ओर बधाई गान गाए गए। कौशल्या जायो लल्ला, अवध में मचो हल्ला, अवध में जनमे रघराई, कौशल्या रानी दे दो बधाई। बाल स्वरूप भगवान राम से मिलने शंकर जी योगी का भेष बनाकर आते हैं और इसके बाद चारों भाइयों का नाम करण गुरू वशिष्ठ द्वारा किया जाता है। भगवान राम,लक्ष्मण,भरत, शत्रुघन की बाल लीला का मंचन देख दर्शक मंत्र मुग्ध हो जाते हैं। अगले दृश्यमें विश्वामित्र का राजा दशरथ के दरबार में आगमन होता है और वह अपने यज्ञ की रक्षा के लिए राम लक्ष्मण को साथ ले जाने के लिए कहते हैं। वशिष्ठ जी के समझाने पर दशरथ जी राम लक्ष्मण को विश्वामित्र के साथ भेज देते हैं। रास्ते में जाते समय विश्वामित्र भगवान राम को राक्षसी ताड़का को दिखाते हैं। ताड़का क्रोध कर के विश्वामित्र व राम लक्ष्मण के ऊपर आक्रमण करती है ।भगवान राम धनुष उठाकर ताड़का का वध कर देते हैं और अपने परम धाम पहुंचा देते हैं। भगवान की आरती के साथ दूसरे दिन की रामलीला का समापन होता है। । इस अवसर पर समिति के चेयरमैन उमाशंकर गर्ग ,मुख्य संरक्षक मनोज अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग, सह-कोषाध्यक्ष अनिल गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार गर्ग, सतनारायण गोयल, चौधरी रविन्द्र सिंह, तरुणराज, एस एम गुप्ता, पवन गोयल, आत्माराम अग्रवाल, मुकेश गोयल, मुकेश अग्रवाल, शांतनु मित्तल, मनीष गुप्ता, चन्द्रप्रकाश गौड़, गौरव मेहरोत्रा, मनीष गोयल, अजीत चाहर, आर के उप्रेती, मुकेश गर्ग, गौरव गोयल, ललित कंसल, सुधीर पोरवाल, बजरंगलाल गुप्ता, मनोज सिंघल, सज्जन मित्तल,सुरेंद्र सिंघल, बल्ली जैन, दीपक अग्रवाल, राजकुमार बंसल, गौरव चौधरी, संतोष त्रिपाठी, प्रवीण गोयल, अर्जुन अरोड़ा, गौरव गोयल, रोहताश गोयल, बीना बाली, सहित श्रीराम मित्र मंडल नोएडा रामलीला समिति के सदस्यगण व शहर के गणमान्य व्यक्ति उपस्तिथ रहे।
कल 9 अक्टूबर को अहिल्या उद्धार, नगर भ्रमण, पुष्पवाटिका, सीता स्वयंवर एवं लक्ष्मण परशुराम संवाद की लीला का मंचन किया जायेगा।