श्री सनातन धर्म रामलीला समिति द्वारा आयोजित होगी भव्य रामलीला
- रामलीला का मंच, भगवान श्री राम मंदिर अयोध्या की थीम पर सजा हुआ नजर आएगा
- कोविड-19 पालन करते हुए होगा आयोजन, सीमित संख्या में लोगों को प्रवेश दिया जाएगा
गौतम बुद्ध नगर में रामलीला की तैयारियां अंतिम दौर में है यहां की 36 सालों से चली आ रही सबसे पुरानी रामलीला श्री सनातन धर्म रामलीला समिति इस बार भी रामलीला का भव्य आयोजन करने की तैयारी में जुटी है इस बार रामलीला के मंच भगवान श्री राम मंदिर अयोध्या की थीम पर सजा हुआ नजर आएगा. इस बार रामलीला के आयोजन में कोविड-19 पालन करते हुए केवल सीमित संख्या में लोगों को प्रवेश दिया जाएगा.
श्री सनातन धर्म रामलीला समिति के महामंत्री संजय बाली ने बताया कि गणेश पूजन के साथ रामलीला मंचन की शुरूआत होगी। 16 अक्टूबर तक रामलीला चलेगी। 15 अक्टूबर को दशहरा की शाम पांच बजे रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया जाएगा। 16 अक्टूबर को भरत मिलाप होगा। इसी दिन डांडिया के साथ रामलीला का समापन होगा। कोविड को देखते हुए सैनिटाइजर, मास्क और कोविड-19 पालन करते हुए यह आयोजन किया जाएगा. केवल सीमित संख्या में लोगों को प्रवेश दिया जाएगा. कोरोना के चलते इस बार पांच हजार के बजाय 2500 लोग ही एक साथ मंचन देख सकेंगे।
संजय बाली ने बताया कि प्रशासन द्वारा सभी अनुमति प्राप्त कर ली गई है एक वर्ष पूर्व रामलीला का आयोजन नहीं किया गया था. विजयदशमी का पर्व मनाया गया था. इस बार प्रतिदिन रामलीला का आयोजन किया जाएगा रामलीला मंच का आकार 400 फिट का है इसकी ऊंचाई भी 40 की होगी सुरक्षा की दॄष्टि से सीसीटीवी लगाए गए हैं. इस बार रामलीला में 50 कलाकार अपने हुनर का परिचय देंगे. स्टेज के पीछे अयोध्या में बन रहे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की झलक देखने को मिलेगी। दिल्ली रत्नाकर ड्रामेटिक के कलाकार रामलीला मंचन में हिस्सा लेंगे।