लखीमपुर में उपद्रव व हिंसा के बाद अब विपक्ष की सियासत तेज, राकेश टिकैत पहुंचे
लखनऊ। लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में रविवार को किसानों के उपद्रव के बाद भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत के बाद अब राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दल के कुछ नेता सरकार की घेराबंदी की तैयारी में लखीमपुर पहुंचे हैं। कुछ आज पहुंचने की तैयारी में हैं। वहां पर धारा 144 लागू होने के बाद भी नेता पहुंचने के प्रयास में हैं। किसान नेता राकेश टिकैत तो लखीमपुर खीरी पहुंच गए हैं जबकि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह व भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर को सीतापुर में रोका गया है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को लखनऊ में रोकने का प्रयास जारी है, जबकि छत्तसीगढ़ के सीएम भूपेश बघेल व पंजाब के उप मुख्यमंत्री को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोकने का निर्देश जारी किया गया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी वहां पर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के साथ बड़े पुलिस अधिकारी तथा अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी व कृषि उत्पादन आयुक्त लखीमपुर में जमे हैं। जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है, जबकि लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन की किसान नेता राकेश टिकैत के साथ दो दौर की वार्ता के बाद अब तीसरे दौर की वार्ता भी जारी है। चार किसानों की मृत्यु के मामले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा सहित 14 लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है।
सरकार भी अपने स्तर पर मुस्तैद
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया की लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू है, इस कारण हम लोग छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस.रंधावा की फ्लाइट को लखनऊ के एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं देंगे। लखीमपुर खीरी में घटना के बाद भूपेश बघेल और सुखजिंदर एस.रंधावा ने लखीमपुर खीरी जाने की घोषणा की थी। बघेल ने कहा था कि लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ जो वहशी व्यवहार हुआ वह अक्षम्य है। किसान हूं, किसानों का दर्द समझता हूं। इन कठिन परिस्थितियों में उनके साथ खड़े होने के लिए कल सुबह लखीमपुर जाऊंगा।