यूपी : अयोध्या में आयुर्वेदिक और वाराणसी में होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज खुलेगा
प्रदेश में आयुष सोसायटी के तहत दो नए राजकीय मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी है। अयोध्या में राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं वाराणसी में राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। इससे मरीजों को उपचार के साथ दोनों विधा के नए डॉक्टर तैयार करने में मदद मिलेगी। चुनावी साल में दोनों धार्मिक स्थल से खुलने वाले कॉलेजों को सियासी नजरिए से भी अहम माना जा रहा है।
प्रदेश में आयुष विश्वविद्यालय की नींव पड़ चुकी है। अब इस पद्धति का विकास किया जा रहा है। इसके तहत एलोपैथ की तरह ही आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक कॉलेज खोले जाएंगे। शासन की ओर से प्रदेश में करीब छह कॉलेज खोलने की रूपरेखा तैयार की जा रही है। पहले चरण में होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक विधा के एक-एक राजकीय कॉलेज खोलने की योजना बनाई गई है। ये कॉलेज उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसायटी (आयुष मिशन) के तहत खोले जाएंगे।
इसमें अयोध्या में राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज और वाराणसी में राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा। इसके लिए दोनों जगह कम से कम पांच एकड़ जमीन की जरूरत होगी। आयुष विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रशांत त्रिवेदी ने वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा और अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा को जमीन तलाशने का निर्देश दिया है।
दोनों जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में कहा गया है कि जल्द से जल्द जमीन चिन्हित कर अवगत कराएं। ताकि आगे की कार्यवाही शुरू की जा सके। इन दोनों कॉलेजों के खुलने से बीएएमएस और बीएचएमएस में100-100 सीटें बढ़ जाएंगी। संबंधित क्षेत्र के लोगों को दोनों विधा की चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। दोनों जिले में कम से कम 100-100 बेड के नए अस्पताल बनेंगे। नए अस्पताल शुरू होने से संबंधित क्षेत्र में स्थित अस्पतालों को संबद्ध किया जा सकेगा।
अभी क्या है स्थिति
प्रदेश में आठ राजकीय और 59 निजी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज हैं। यहां स्नातक की करीब 550 और परास्नातक की 275 सीटें है। इसी तरह होम्योपैथिक की नौ राजकीय और दो निजी मेडिकल कॉलेज हैँ। यहां 1176 स्नातक और 53 परास्नातक सीटें हैं। यूनानी चिकित्सा पद्धति का एक मेडिकल कॉलेज प्रयागराज तो दूसरा लखनऊ में है। इसी तरह 13 निजी कालेज हैं। इस पद्धति की करीब 739 स्नातक और 40 परास्नातक की सीटें हैँ।
52 एकड़ में बन रहा है विश्वविद्यालय
गोरखपुर में करीब 52 एकड़ में बन रहे आयुष विश्वविद्यालय को मार्च 2023 से संचालित करने की तैयारी है। करीब 299 करोड़ की लागत से बनने वाले इस विश्वविद्यालय से सभी आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, यूनानी कॉलेज संबद्ध होंगे।