गलगोटिया यूनिवर्सिटी कैंपस में अनहद फिल्म फेस्टिवल 2021 का हुआ समापन
गलगोटियाज विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित फिल्म फेस्टिवल ‘अनहद’ के प्रथम संस्करण में देशभर के विभिन्न संस्थानों के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी 40 से ज्यादा फिल्मों के साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से भाग लिया। फिल्मोत्सव में कलाकारों ने अभिनय, कैमरा तकनीक और निर्देशन सहित विभिन्न फ़िल्मी विधाओं में अपने हुनर का प्रदर्शन किया। जनसंचार विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वधान में आयोजित बौद्धिक और रचनात्मक दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय अनहद फिल्मोत्सव के दूसरे दिन वरिश्ठ पत्रकार, शिक्षाविद और मानवधिकार कार्यकर्त्ता प्रसून शुक्ला ने प्रतिभागियों को पटकथा लेखन की बारीकियों से रूबरू कराया। उन्होंने प्रतिभागियों को भारतीय संस्कृति के साथ-साथ भारतीय विचारधारा को महत्त्व देने की बात कही और उन्होंने विभिन्न विचारधाराओं के आधार पर फिल्म देखने की प्रवृति विकसित करने की सलाह दी ताकि फिल्म निर्माण के क्षेत्र में एक अलग दृष्टिकोण विकसित किया जा सके। इस फिल्मोत्सव में कई देश-विदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के युवा निर्देशकों और कलाकारों द्वारा तैयार की गई शार्ट फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। इस शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता में एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन की फिल्म ‘कैप्चर्ड’ को प्रथम स्थान मिला एसजीटी यूनिवर्सिटी की फिल्म ‘अ ट्रिब्यूट’ को द्वितीय स्थान और दयाल सिंह कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी की फिल्म ‘स्पिल्ड ’ को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। फिल्मों का चयन देश के प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक, लेखक और समाजसेवी मेघनाथ और सुशील शर्मा की संयुक्त जूरी ने किया। इस फिल्मोत्सव के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रीति बजाज ने फिल्मोत्सव की आयोजनकर्ता टीम और जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 ए0 राम पांडेय को बधाई दी। कार्यक्रम के संचालक प्रो0 हरीश कुमार ने फ़िल्में समाज को किसी तरह प्रभावित करती है इस विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अच्छी फिल्मों का निर्माण कैसे हो सकता है। और विश्वविद्यालय का जनसंचार विभाग इस दिशा में किस तरह कार्य कर रहा है। जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो0 ए0 राम पाण्डेय ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज को शिक्षित करने वाली फिल्मों से युवा रचनाकारों को रूबरू कराना था। ताकि भविष्य में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भविष्य को वर्त्तमान से जोड़ कर समाज को जागरूक और शिक्षित कर सके। उन्होंने कहा कि फिल्मोत्सव के दूसरें संस्करण को और भी भव्य और रचनात्मक बनाने का प्रयास किया जाएगा। फिल्म फेस्टिवल के सफल आयोजन में संयोजिका सुरुचि अग्रवाल, डॉ. हरीश कुमार, प्रखर भार्गव, डॉ ताशा सिंह परिहार, डॉ भवानी शंकर, डॉ गजेंद्र प्रताप सिंह, अपूर्वा शुक्ला, डॉ निक्की कुमारी , डॉ. शिवेन्दु राय, महेक पंडित, पल्लवी कुमारी, निरंजन कुमार, महीप सिंह के साथ – साथ जनसंचार विभाग के सभी छात्रों ने अहम भूमिका निभाई।