क्षमावाणी महापर्व पर बिलासपुर में जैन समाज ने किया भण्डारा
क्षमावाणी महापर्व पर बिलासपुर में जैन समाज ने किया भण्डारा
बिलासपुर(खालिद सैफी): क्षमावाणी महापर्व पर जैन समाज बिलासपुर ने सामूहिक रुप से जैन धर्मशाला में धूमधाम से मनाया। इस पर्व को पूरे वर्ष में एक दूसरे के प्रति हुई त्रुटि मन मुटाव आदि गलतियों की क्षमा मांगते हुए गले मिलते हैं। बुजुर्गों के पैर स्पर्श कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रथा जैन धर्म दश लक्षण धर्म के अश्वन वदी एकम को मनाते है। इस पर्व का उद्देश्य एक दूसरे के प्रति समताभाव व द्वेषभाव को खत्म करके मैत्रीभाव सब जीओ में आये। मंगलवार को मुख्य रुप से वयोवृद्ध राजेंद्र प्रसाद जैन ने सभी को क्षमा करके व सभी के क्षमा मांगकर पूरे को इसी तरह धर्म पथ पर आगे चलने का मंगल आशीर्वाद दिया। इसके पश्चात जैन धर्मशाला में भण्डारा का आयोजन किया गया।
इससे पूर्व बिलासपुर कस्बे की एक महिला ने 30 दिन तक केवल 24 घंटे में एक समय मात्र जल पीकर अपने जैन धर्म के दशलक्षण व्रत का पालन करते हुए । धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण किया । ममता जैन ने एक माह पूर्व व्रत लिया कि वह अनंत चौदस तक केवल दिन में एक बार ही जल ग्रहण कर करेगी । जिसका उन्होंने धार्मिक अनुष्ठान के साथ पूर्ण किया । सोमवार को समाज ने जैन मंदिर से उनको पालकी मैं बैठा कर कस्बे में फूल मालाओं के साथ डोला निकाला । इस दौरान जैन समाज के सैकड़ों स्त्री, पुरुष व बच्चे डोले में सम्मिलित हुए । राजेंद्र प्रसाद जैन , हीरालाल जैन, सुभाष चंद्र , महेंद्र जैन , नवनीत जैन, प्रवीण जैन, पवन कुमार , शिखर चंद , श्याम जैन, विजय जैन आदि लोग सम्मिलित रहे बाद में बाद में मंदिर परिसर में प्रतिभोज का भी आयोजन किया गया । हीरालाल जैन ने बताया कि अधिकांश महिला व पुरुष 10 दिन तक जल निर्जल व्रत रहकर ही व्रत करती है परंतु उनकी बहन ममता जैन ने एक माह व्रत कर अपनी तपस्या को पूर्ण किया है ।