आठ साल में सबसे बड़ी घुसपैठ, आतंकियों की तलाश में पैरा कमांडो भी उतारे
श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर में बीते आठ वर्षों में अब तक की सबसे बड़ी आतंकी घुसपैठ हुई है। नियंत्रण रेखा के साथ सटे उड़ी (बारामुला) सेक्टर में तकरीबन 10 आतंकियों ने दो दिन पहले घुसपैठ की है। हालांकि, सेना की ओर से आतंकियों की संख्या के बारे में कुछ नहीं बताया गया है। वहीं उड़ी सेक्टर में आज मंगलवार को भी मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं। अलबत्ता, घुसपैठियों की तलाश में सैन्य अभियान सोमवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। तलाशी अभियान में पैरा कमांडो का एक दस्ता भी शामिल है।
गत रविवार की तड़के उड़ी सेक्टर में अंगूरी पोस्ट के इलाके में स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों के एक दल ने घुसपैठ का प्रयास किया था। इसके बाद हुई मुठभेड़ में एक जवान जख्मी हो गया था। आतंकी जंगल और बारिश की आड़ में भाग निकले थे।
संघर्ष विराम समझौते के बाद दो बार घुसपैठ : इस वर्ष फरवरी में पाकिस्तानी सेना द्वारा एलओसी पर संघर्ष विराम समझौते के बाद गुलाम कश्मीर की तरफ से उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर आतंकियों की यह घुसपैठ की दूसरी कोशिश है। इससे पूर्व जून मेें बांडीपोरा में एलओसी पर घुसपैठ हुई थी। घुसपैठ करने वाले तीनों आतंकी अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए हैं
पुंछ में एक साथ कई स्थानों पर तलाशी अभियान : पुंछ जिले के मंगनाड़ टाप के जंगली इलाकों में संदिग्ध देखे जाने के बाद सोमवार को सुबह से ही पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और सेना की राष्ट्रीय राइफल बटालियन ने एक साथ कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान जंगली इलाकों को खंगाला गया। सुरक्षाबलों को देगवार सेक्टर में रविवार को नियंत्रण रेखा के निकटवर्ती इलाकों में संदिग्ध देखे जाने की खबर मिली थी। तब से ही तलाशी अभियान चल रहा है।