बिलासपुर के निवासियों को जल्द मिल सकता है पेयजल
-जिले के नोडल अफसर नरेंद्र भूषण ने बिलासपुर व आसपास का किया दौरा
–नगर पंचायत को पानी की टंकी का सेफ्टी ऑडिट कर जलापूर्ति के दिए निर्देश
–एंटी लार्वा दवा का हो छिड़काव, बिलासपुर में क्लोरीन के टेबलेट बंटवाने को कहा
ग्रेटर नोएडा। बिलासपुर कस्बे के निवासियों को पेयजल की सुविधा जल्द मिल सकती है। संचारी रोग नियंत्रण गौतमबुद्ध नगर के नोडल अफसर नरेंद्र भूषण ने सोमवार को पेयजल आपूर्ति के लिए बने पुराने नेटवर्क का जायजा लिया। बिलासपुर के नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी को पानी की टंकी की सुरक्षा ऑडिट कराकर पेयजल शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।
नरेंद्र भूषण ने सोमवार को बिलासपुर एरिया की शुरुआत गिरधरपुर से की। उन्होंने सिरसा से खेरली के बीच सड़क किनारे बनी नालियों को देखा। उसमें पानी जमा होने पर वरिष्ठ प्रबंधक को कड़ी फटकार लगाई। संबंधित इंजीनियरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए। 24 घंटे में नाली साफ कराकर पानी निकासी कराने को कहा है। उसके बाद घंघोला गए, वहां भी नालियों को देखा। दुकानदारों से बात की। वहां से फिर खेरली गांव गए। स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनसे जलभराव के बारे में पूछा। नोडल अफसर मंडी श्यामनगर भी गए। उसके बाद बिलासपुर नगर पंचायत के दफ्तर पहुंचे। वहां से अधिशाषी अधिकारी से डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियों से निपटने की तैयारी को परखा।पेयजल आपूर्ति के सवाल पर बिलासपुर नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी ने बताया कि पानी की टंकी 1992 में बनी थी, लेकिन पेयजल शुरू नहीं हो सका। इस पर नोडल अफसर ने जल निगम की लापरवाही की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही सेफ्टी ऑडिट कराकर दो ट्यूबवेल के जरिए जलापूर्ति शुरू करने को भी कहा। दरअसल, नोडल अफसर बनने के बाद बीते शनिवार को बैठक में दादरी, जेवर, बिलासपुर व जहांगीरपुर कस्बे में जलापूर्ति न होने की बात सामने आई थी। इन जगहों पर ओवरहेड टैंक तो बना दिए गए, लेकिन पाइपलाइन नहीं डाली गई है। कुछ जगह पाइपलाइन डाल दी गई तो उसे टैंक से जोड़ा नहीं गया है। मोटी रकम खर्च होने के बावजूद निवासियों को पेयजल नहीं मिल पा रहा। लंबे समय से ये परियोजनाएं अधूरी हैं। बैठक में जलापूर्ति शुरू न हो पाने में जल निगम की लापरवाही सामने आई थी। नोडल अधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियो से सिरसा से मंडी श्यामनगर तक बदहाल रोड और ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।