JEE MAINS की ऑनलाइन परीक्षा में धांधली का बड़ा खुलासा, सॉल्वर गैंग को सीबीआई ने दबोचा , नोएडा से सात गिरफ्तार
सीबीआई ने इंजीनियरिंग के जेईई मेन्स परीक्षा में हो रही बड़ी धांधली का पर्दाफ़ाश किया है। पूरे देश में में ऑनलाइन परीक्षा देने वाले छात्रों के कंप्यूटर को रिमोट पर लेकर पेपर सॉल्व करने वाले एक बड़े नेटवर्क को पकड़ा है . इस मामले में सीबीआई ने नोएडा के एक इंस्टिट्यूट के 2 निदेशक समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.
सीबीआई ने आज नोएडा स्थित एफिनिटी एजुकेशन (affinity Education) प्राइवेट लिमिटेड के दो निदेशक सिद्धार्थ कृष्णा और विश्वंभर मणि त्रिपाठी के अलावा रितिक सिंह, अंजुम, अनिमेष कुमार सिंह, अजिंक्य नरहरि पाटिल समेत कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.
इससे पहले, सीबीआई ने एक दिन पहले ही जेईई मेन्स में हो रहे फर्जीवाड़ा को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज की थी. इसके बाद सीबीआई ने कल और आज दिल्ली-एनसीआर, इंदौर, पुणे, बेंगलुरू और जमशेदपुर में कई जगहों पर तलाशी ली. जानकारी के लिए बता दें कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) भारत के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित एक इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा है.
लाखों रुपये लेकर टॉप NIT में दाखिला दिलाते थे
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सिद्धार्थ कृष्णा, और विश्वंभर मणि त्रिपाठी, गोविंद वार्ष्णेय के खिलाफ चल रही जेईई (मेन्स) परीक्षा 2021 के दौरान बरती जा रही अनियमितताओं के आरोप में मामला दर्ज किया था.
दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी जेईई (मेन्स) की ऑनलाइन परीक्षा में गड़बड़ी कर रहे थे. ये भी पता चला कि छात्रों को बड़ी रकम के बदले टॉप एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) में प्रवेश दिलाने के लिए रिमोट एक्सेस के जरिए एग्जाम में प्रश्न पत्र सॉल्व करा रहे थे. जांच में सामने आया है कि हरियाणा के सोनीपत स्थित परीक्षा सेंटर से रिमोट एक्सेस लेकर इस इंस्टिट्यूट के अधिकारी पेपर सॉल्व करा रहे थे.
12-15 लाख रुपये लेकर दिलाते थे दाखिला
सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन कराने के लिए ये ऑनलाइन सॉल्वर गैंग छात्रों से पहले ही उनके 10वीं और 12वीं के सर्टिफिकेट जमा करा लेता था.
इसके अलावा छात्रों से परीक्षा की यूजर आईडी और पासवर्ड लेकर उनसे पोस्ट डेटेड चेक भी ले लेता था. एक छात्र को दाखिला दिलाने के एवज में ये गैंग 12-15 लाख रुपये लेता था. कई लाख रुपये तो ये सिक्योरिटी के रूप में भी जमा करा लेते थे.
19 जगहों पर हुई थी छापेमारी
बताया जा रहा है कि सीबीआई ने देश के अलग-अलग 19 जगहों पर छापेमारी की थी. ये छापेमारी दिल्ली, नोएडा, एनसीआर, पुणे, जमशेदपुर, इंदौर और बेंगलुरू में हुई थी. इस दौरान सीबीआई ने 25 लैपटॉप, 7 कंप्यूटर, 20 पोस्ट डेटेड चेक और छात्रों के भारी मात्रा में सर्टिफिकेट समेत कई सामान बरामद किए हैं.