हिबतुल्ला अखुंदजादा बनने जा रहे तालिबान सरकार के प्रमुख ,आतंकी बुलाते हैं इसे ‘रहबर’
नई दिल्ली। तालिबान के प्रवक्ता के मुताबिक अफगानिस्तान की तालिबान सरकार उसके सबसे बड़े नेता हबीतुल्ला अखुंदजादा के इशारे पर चलेगी। इसका केंद्र कंधार होगा जो तालिबान का गढ़ भी कहा जाता है। अखुंदजादा तालिबान के उन गिने चुने नेताओं में से है जिसके बारे में बेहद कम जानकारी सामने आती है। तालिबान की कमान संभालने के बाद से अब तक एक बार भी ये सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आया है। हालांकि इस्लामिक त्योहारों पर ये वीडियो संदेश के जरिए अपने समर्थकों को बधाई संदेश जरूर भेजता है। इसके बारे में संगठन के बेहद कम लोगों को ही जानकारी होती है।
तालिबान में हबीतुल्ला अखुंदजादा को रहबर के नाम से भी बुलाया जाता है, जिसका अर्थ होता है नेता। आपको बता दें कि तालिबान की भावी सरकार ईरानी माडल पर आधारित होगी। ईरान में सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खमनेई हैं। उनको वहां पर रहबर ही बुलाया जाता है। तालिबान की सरकार में ये स्थान अखुंदजादा का होगा। मुल्ला उमर की ही तरह ये भी जिहादी मदरसे में लोगों को आतंक का पाठ पढ़ाता है। ये मुल्ला उमर का सलाहकार भी रहा है।
अखुंदजादा का जन्म कंधार में हुआ है। इसके नाम का अर्थ अरबी भाषा में खुदा का तौहफा होता है। इसके जन्म के कुछ वर्षों बाद ही इसका परिवार पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में आ गया था। 80 के दशक में ये भी रूसी सेना के खिलाफ जंग में शामिल हुआ था। वर्ष 2017 में अमेरिकी सेना पर किए गए आत्मघाती हमले में इसके बेटे की मौत हो गई थी। 2012 और 2019 में अखुंदजादा पर कई बार जानलेवा हमला हुआ लेकिन हर बार ये बच गया।