अब ग्रेनो वेस्ट में भी कूड़े से बनेगी खाद, ईकोटेक -12 में पहला एमआरएफ सेंटर बनाने की तैयारी
- ग्रेनो प्राधिकरण, यूएनडीपी व एचडीएफसी बैंक की संयुक्त पहल
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा को और स्वच्छ बनाने के लिए प्राधिकरण ने एक अहम निर्णय लिया है। प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पहला मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) सेंटर बनाने जा रहा है। आसपास के एरिया में बने घरों से निकलने वाले कूड़े को इस सेंटर पर निस्तारित किया जाएगा। इससे खाद और गैस बनाई जाएगी। यहां से बचे हुए अवशेष को लैंडफिल साइट में डंप किया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर घरों से निकलने वाले कूड़े को वैज्ञानिक पद्धति से निस्तारित करने के लिए ग्रेटर नोएडा व ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एमआरएफ सेंटर बनाए जा रहे हैं। घरों का कूड़ा इन सेंटरों तक पहुंचाने के लिए ग्रेटर नोएडा को पांच क्लस्टर में बांटा गया है। हर क्लस्टर के लिए एक एमआरएफ सेंटर प्रस्तावित है। पहले क्लस्टर के लिए सेक्टर अल्फा टू में एमआरएफ सेंटर का निर्माण शीघ्र शुरू होने जा रहा है। बिड के जरिए इसे बनाने वाली कंपनी का चयन कर लिया गया है। बाकी चार एमआरएफ सेंटर बनाने के लिए टेंडर जल्द निकालने की तैयारी है। वहीं अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट का पहला एमआरएफ सेंटर बनाने को मंजूरी मिल गई है। इसे यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) बनाएगा और एचडीएफसी बैंक इसका खर्च वाहन करेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर इकोटेक- 12 में 2000 वर्ग मीटर भूमि तय कर दी है। यह जमीन 4 वर्ष के लिए लीज पर दी जाएगी। 4 वर्ष बाद यूएनडीपी भूमि और प्लांट प्राधिकरण को हस्तांतरित कर देगा। इस प्लांट से गीले कूड़े से खाद बनेगी। प्लास्टिक अवशेष को खुद से रीसाइक्लिंग प्लांट भेजेगा। बचे हुए अवशेष को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लैंडफिल साइट पर डंप किया जाएगा।
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यह हैं पांच प्रस्तावित क्लस्टर
क्लस्टर नंबर –एक
इस क्लस्टर के अंतर्गत सेक्टर 20, अल्फा वन, बीटा वन, गामा वन, अल्फा टू, बीटा टू, गामा टू, रामपुर जागीर और नवादा गांव शामिल हैं। इस क्लस्टर के लिए अल्फा टू में एमआरएफ सेंटर बनेगा। इस सेंटर से प्रतिदिन 18 टन कूड़े का निस्तारण हो सकेगा। इससे बायो मिथेनेशन गैस बनेगी।
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क्लस्टर नंबर– दो
इस क्लस्टर के अंतर्गत डेल्टा 1, 2 व 3, ईटा वन, जीटा 1, नॉलेज पार्क 4, ईटा 2, जीटा 2, थीटा 3, साकीपुर व जैतपुर शामिल हैं। इसके लिए डेल्टा थ्री में एमआरएफ सेंटर प्रस्तावित है। इस सेंटर से रोजाना करीब 10 टन कूड़ा निस्तारित किया जाएगा। इस प्लांट के कूड़े से खाद बनाई जाएगी।
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क्लस्टर नंबर –तीन
इस क्लस्टर के अंतर्गत ज्यू वन, टू व थ्री, म्यू वन, टू व थ्री, रायपुर बांगर और घोड़ी बछेड़ा के एरिया शामिल हैं। इसका एमआरएफ सेंटर ज्यू वन में प्रस्तावित है। इस प्लांट से खाद बनाई जाएगी । रोजाना करीब 7 टन कूड़ा निस्तारित हो सकेगा।
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क्लस्टर नंबर –4
इस क्लस्टर के अंतर्गत ओमीक्रान वन ए, वन, टू व थ्री, पाई 1 व 2, बिरौंडा, बिरौंडी वह एच्छर शामिल हैं। इसका प्लांट ओमीक्रॉन वन में बनाया जाएगा। इस प्लांट से बायो मिथेनेशन गैस बनाई जाएगी। इस प्लांट से रोजाना करीब 10 टन कूड़े का निस्तारण हो सकेगा।
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क्लस्टर नंबर– 5
इस क्लस्टर के अंतर्गत सिग्मा 1, 2, 3 व 4, स्वर्णनगरी, रो-वन वह टू, ओमेगा वन व टू, पी वन से 8 तक, फाई 1, 2, 3 व 4, चाई 3 व 4 और रामपुर शामिल है । इसका प्लांट फाई व चाई में बनेगा। इस प्लांट से खाद बनाई जाएगी। रोजाना करीब 10 टन कूड़े का निस्तारण हो सकेगा।
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