किसानों का विरोध प्रदर्शन; यूपी के दो रेलवे स्टेशनों पर चार ट्रेनें हुई रद, रेलवे ट्रैक किया जाम
नई दिल्ली, एजेंसी। देशभर में किसानों का विरोध प्रदशर्न को कई महीने हो चुके हैं। कई राज्यों में आज भी किसान लगातार धरने पर बने हुए हैं। किसानों द्वारा भारत सरकार के फैसलों से जुड़ी अपनी समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है,
किसानों द्वारा पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर तीन नए अधिनियमित कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए विरोध प्रदर्शन से जुड़ा है। यह बिल हैं: किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020; किसान अधिकारिता और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 पर समझौता और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020। आए दिन किसान अपनी किसी ना किसी समस्या को लेकर रेलवे ट्रैक से लेकर हाईवे तक को बंद कर देते हैं। किसानों के विरोध के चलते यूपी के दो रेलवे स्टेशनों पर चार ट्रेनें रद हुई हैं।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और बरेली रेलवे स्टेशनों पर शुक्रवार को किसानों के विरोध के कारण चार ट्रेनों को रोक दिया गया। दोनों स्टेशनों पर दो-दो ट्रेनें प्रभावित हुई। विरोध के कारण रेल सेवाएं बाधित कर दी गई, जिससे यात्रियों को अपने-अपने गंतव्य तक पहुंचने में अच्छी खासी परेशानी हुई। इस बीच, रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर पांच काउंटर स्थापित किए गए हैं जहां यात्री अपने टिकट के लिए रिफंड ले सकते हैं।
मामले पर एएनआइ से बात करते हुए, मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के एक रेलवे अधिकारी जेके ठाकुर ने कहा, ‘किसानों के विरोध को देखते हुए मुरादाबाद में दो और बरेली में दो ट्रेनों को रद कर दिया गया है। हमने यात्रियों के रिफंड के लिए 5 काउंटर खोले हैं।’
मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर एक रिफंड काउंटर पर एक यात्री ने कहा, ‘हमें ट्रेन खाली करने के लिए कहा गया क्योंकि बताया गया कि ट्रेन आगे नहीं जाएगी। मैं अपना टिकट को रद कर रिफंड लेने आया हूं।’
दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों को भी परेशानी
दिल्ली से चलने वाली जम्मूतवी राजधानी और उत्तर संपर्क क्रांति सहित उत्तर रेलवे की कई ट्रेनें शुक्रवार को निरस्त कर दी गई। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि दोबारा किसान यूनियन के कार्यकर्ता जालंधर के नजदीक रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे हैं जिससे ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा से नई दिल्ली आने वाली वंदे भारत, अमृतसर-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस, अमृतसर-नई दिल्ली एक्सप्रेस के मार्ग में परिवर्तन करना पड़ा।