जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने हिण्डन नदी बचाने का उठया बीड़ा , “हिण्डन बचाओ अभियान” के तहत कल से पदयात्रा , हज़ारों लोग होंगे शामिल
ग्रेटर नोएडा :जीरो ऑक्सीजन लेवल पर पहुँच चुकी हिण्डन नदी को बचाने का बीड़ा जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह ने उठाया है। आज ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बताया एक समय था जब हिण्डन नदी साफ़ सुथरी नदी के रूप में पहचानी जाती थी , आज दूषित हो चुकी है।
उनका प्रयास है एक बार फिर हिण्डन अपने वास्तविक स्वरुप में लौटे। इसी के तहत उन्होंने पहले गौतमबुद्धनगर जिले से SAVE HINDON SAVE HUMANITY अभियान की शुरुआत कल रविवार , 17 सितम्बर से पद यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। पहले चरण में जेवर ब्लॉक में स्थित तिलवाड़ा गाँव से (जहाँ यमुना और हिण्डन का संगम होता है )सुबह 10 बजे पद यात्रा शुरू होगी जो नदी किनारे होते हुए समापन मंनथल गाँव में होगा । पद यात्रा में एक्टिव सिटिज़न टीम, महिला समिति समेत 1,000 लोग शामिल होंगे।
विधायक धीरेन्द्र सिंह ने बताया पद यात्रा करने का उद्देश्य जन-जागरण में नदी को स्वच्छ रखने के लिए जागरूकता पैदा करना है। नदी किनारे जितने भी गांव हैं, सभी गांवों में हिण्डन बचाने के लिए ग्राम समितियां गठित की जाएंगी। पद यात्रा के साथ-साथ नदी किनारे वृक्षारोपण किया जाएगा। जो नदी को बचाने के लिए बहुत सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने कहा नदियों का सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण है। नर्मदा नदी आज 60 प्रतिशत सिकुड़ चुकी है। दक्षिण भारत की कई नदियां विलुप्त हो चुकी हैं। ऐसा न हो हमारी अगली पीढ़ी नदी को इतिहास के रूप में जाने। उन्होंने कहा हमारे बच्चों को नहीं पता कि ग्रेटर नोएडा में भी कोई नदी है जिसका नाम हिंडन है। उन्होंने कहा पद यात्रा कर उनका प्रयास है इससे लोगों में जागरूकता आये और लोग अपने कर्तव्यों को समझें और नदी में कुछ डालना या गन्दा करना त्याग दें।
हिण्डन बचाओ अभियान का दूसरा चरण नवरात्री के बाद शुरू होगा। इस बीच वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपने इस अभियान को विस्तारपूर्वक उनके सामने रखेंगे। जिसके बाद सरकारी मदद भी उन्हें मिलेगी। जिन फैक्ट्रियों का दूषित पानी हिण्डन में जा रहा है उसको चिन्हित कर प्रशासन को अवगत कराया जायेगा।
पर्यावरविद सुनीता वैध ने बताया हिण्डन नदी 400 गावों से और पश्चिमी उतर प्रदेश के 6 जिले से होकर गुजरती है। 15 मिल और 32 पेपर मिल का UNTREATED WATER इसमें मिलता है। 200 इंडस्ट्री का दूषित पानी इसमें जाता है। जिस कारण नदी के किनारे बसे 150 गांवों के लोग त्वचा रोग, कैंसर और फेपड़े के बीमारी से ग्रसित हैं । नदी का OXYGEN LEVEL .4 mg प्रति लीटर पर जा पहुंचा है। उन्होंने बताया कोई भी जल जीव को 4 mg से ज्यादा ऑक्सीजन चाहिए। उन्होंने बताया इससे जाहिर है हिण्डन में मछली नहीं है। आईआटी के 2016 में जारी किये गए रिपोर्ट के मुताबिक नदी का पॉल्यूशन लेवल 5 CPI से आधी है जबकि इसका लेवल .2 होना चाहिए। जाहिर है CPI 13 गुना ज्यादा है जो बेहद खतरनाक है। उन्होंने बताया हिण्डन में पांच हैवी मेटल मिले हैं जो बहुत ही खतरनाक है। ये आरओ सिस्टम से भी नहीं निकलते हैं। प्रेस कांफ्रेंस में सरदार मंजीत सिंह, मनोज गर्ग, अलोक सिंह, रूपा गुप्ता, हरेंद्र भाटी,सुनील प्रधान, राहुल नम्बरदार आदि मौजूद रहे।