डेल्टा प्लस वैरिएंट : डराने लगा कोरोना , सरकार ने बताया वैरिएंट पर नजर रखने के लिए कैसी है तैयारी
नई दिल्ली : बीते 24 घंटे में 44,643 नए केस मिले हैं जो पिछले कुछ दिनों के दौरान सबसे ज्यादा हैं, इसमें से भी 22 हजार से ज्यादा मामले अकेले केरल से हैं। वहीं सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा को बताया कि देश में चार अगस्त तक कोविड के डेल्टा प्लस स्वरूप के 83 मामले सामने आए हैं। देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों से नए मामले 40 हजार के आसपास ही बने हुए थे, जिनमें से आधे से अधिक मामले केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों से आ रहे थे।
केंद्र ने राज्यों को 51.16 करोड़ डोज मुहैया कराईं
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि केंद्र की तरफ से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की 51.16 करोड़ डोज उपलब्ध कराई गई हैं। जल्द ही इन्हें 20,49,220 डोज और उपलब्ध करा दी जाएंगी। मंत्रालय ने यह भी बताया कि राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास अभी उपयोग के लिए 2.30 करोड़ डोज उपलब्ध हैं। अब तक 49.53 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं।
कोरोना के वैरिएंट पर नजर रखने को लेकर यह है तैयारी
सार्स-कोव-2 के वैरिएंट पर नजर रखने के लिए शुरुआत में पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआइवी) में जीनोम सिक्वेंसिंग शुरू की गई थी। बाद में सरकार ने 10 प्रयोगशालाओं को मिलाकर इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक कंसोर्टियम (इंसाकाग) का गठन किया। धीरे-धीरे प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाकर 28 कर दी गई है। इस सवाल पर कि क्या निजी प्रयोगशालाओं को भी जीनोम सिक्वेंसिंग करने की अनुमति दी गई है, पवार ने कहा कि इंसाकाग में निजी प्रयोगशालाओं को शामिल करने का मुद्दा विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि निजी प्रयोगशालाओं ने इंसाकाग में शामिल होने में दिलचस्पी दिखाई है और उनकी क्षमता के आधार पर इस बारे में कोई फैसला किया जाएगा।