टोक्यो ओलंपिक: आखिरी दम तक दौड़ी मेरठ की बेटी प्रियंका, पर हाथ लगी निराशा, भारत की झोली में नहीं आया पदक
टोक्यो ओलंपिक में आज यानी शुक्रवार को 20 किलोमीटर पैदल चाल स्पर्धा में इंटरनेशनल एथलीट प्रियंका गोस्वामी 17वें नबंर पर रहीं। हालांकि प्रियंका आखिरी दम तक दौड़ी। प्रियंका के पिता ने बताया कि वह छह महीने से तैयारी कर रही थी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ बहुत एक्टिव हैं। उन्होंने बेटी की हार पर कहा कि वह खुश है कि उनकी बेटी ने आखिरी दम तक दौड़ की।
टोक्यो ओलंपिक में भले ही प्रियंका पदक से चूक गई हों, लेकिन परिवार के लोगों में मायूसी नहीं है। प्रियंका 20 किलोमीटर पैदल चाल में 17वें स्थान पर रहीं हैं। लेकिन इस प्रदर्शन से परिवार और पड़ोस के लोग मायूस नहीं हैं। प्रदर्शन के बाद प्रियंका ने परिवार वालों से वीडियो कॉल पर बात भी की। जिसमें वह थोड़ा मायूस तो दिखी, लेकिन परिवार वालों ने प्रियंका का तालियां बजाकर स्वागत किया। जिससे प्रियंका के चेहरे पर मुस्कान आई।
माधवपुरम निवासी मेरठ की बेटी और इंटरनेशनल एथलीट प्रियंका गोस्वामी से आज टोक्यो ओलंपिक में पदक की पूरी उम्मीद थी। प्रियंका ने रांची में 20 किलोमीटर की वॉक 1:28:45 घंटे में पूरा कर नया रिकॉर्ड बनाया था। साथ ही ओलंपिक के लिए चुनी गईं। पिछले साल राजस्थान की एथलीट भावना जाट ने 20 किलोमीटर की पैदल चाल 1:29:54 घंटे में पूरी की थी। प्रियंका ने भावना जाट के रिकॉर्ड को ब्रेक किया था।
बता दें कि प्रियंका गोस्वामी के घर पर पूजा अर्चना के साथ लाइव प्रसारण देखा गया। पिता मदनपाल गोस्वामी ने बताया कि प्रियंका और हम सभी लड्डू गोपाल के भक्त हैं, खेलों के दौरान वो अपने साथ लड्डू गोपाल की मूर्ति साथ रखती हैं। ओलंपिक क्वालीफाई करने के बाद प्रियंका की लड्डू गोपाल के साथ फोटो खूब वायरल भी हुई थी।