Tokyo Olympic 2020 Live Updates: महिला हॉकी टीम हारी कांस्य
नई दिल्ली। Tokyo Olympics 2020 India Live Updates: गुरुवार को जिस तरह भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था। उसी तरह आज यानी शुक्रवार 6 अगस्त को भारतीय महिला हॉकी टीम के पास भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका था, जिसे महिला टीम भुना नहीं पाई। कांस्य पदक मैच में भारत को 3-4 से हार मिली।
रियो ओलिंपिक की गोल्ड मेडल विजेता ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ भारतीय महिला हॉकी टीम ने कांस्य पदक के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन भारत को हार झेलनी पड़ी। ग्रेट ब्रिटेन ने 4-3 से जीत दर्ज कर टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने में सफलता हासिल की। भारतीय महिला हॉकी टीम ने पहले क्वार्टर में अच्छा खेल दिखाया। हालांकि, दोनों ही टीमें पहले हाफ के पहले क्वार्टर में एक भी गोल नहीं कर पाईं। कुछ मौके दोनों टीमों को गोल के लिए मिले थे, लेकिन कोई भी गेंद को नेट में नहीं पहुंचा सका।
भारतीय महिला हॉकी टीम को दूसरे क्वार्टर के पहले ही मिनट में गोल खाना पड़ा। थ्रीडी स्किल्स के जरिए ग्रेट ब्रिटेन की ओर से एलीना सियान ने गोल किया और कांस्य पदक के इस मैच में खाता खोला। दूसरा गोल करीब दसवें मिनट में इंग्लैंड की टीम ने किया, जब सारा रॉबर्ट्सन ने गोल किया और बढ़त को 2-0 में तब्दील किया, लेकिन भारतीय महिला टीम ने भी वापसी करते हुए एक गोल दागा।
दूसरे क्वार्टर में गुरजीत कौर ने गोल दागा और बढ़त को कम किया। इतना ही नहीं, जब भारत को पेनाल्टी कार्नर मिला तो गुरजीत ने फिर से 11वें मिनट में गोल कर भारत को बराबरी पर ला खड़ा किया। दूसरे ही क्वार्टर के आखिरी के कुछ मिनटों में भारत की तरफ से एक और गोल दागा गया। वंदना कटारिया ने भारत के लिए तीसरा गोल किया। हाफ टाइम तक भारत 3-2 से आगे था, लेकिन इसके बाद भारत आगे नहीं निकल सका।
मैच के तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में ग्रेट ब्रिटेन ने तीसरा गोल दागा और मैच फिर से बराबरी पर आ खड़ा हुआ। इंग्लैंड के लिए कप्तान वेब हॉली ने गोल किया। इस तरह तीसरे क्वार्टर में ग्रेट ब्रिटेन ने 3-3 की बराबरी पर मुकाबला छोड़ा। मैच का चौथा और आखिरी क्वार्टर खास और रोमांचक रहा, जिसमें ग्रेट ब्रिटेन की ओर से ग्रेस बैल्सन ने पेनाल्टी कार्नर के जरिए गोल दागा, जो निर्णायक साबित हुआ और इस तरह ग्रेट ब्रिटेन ने 4-3 की बढ़त हासिल की और ये बढ़त अंत तक बनी रही। भारत के पास कुछ मौके जरूर बराबरी करने के लिए आए, लेकिन टीम 3-4 से पिछड़ गई और कांस्य पदक भारत के हाथ से फिसल गया।