किसान आंदोलन: यूपी गेट पर शाम तक नहीं पहुंची ममता बनर्जी, इंटेलिजेंस एजेंसियां दिनभर रहीं अलर्ट पर
यूपी गेट पर तीन कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन स्थल पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पहुंचने की सूचना पर पुलिस के अधिकारी सुबह से ही सतर्क रहे। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की टीम, बम स्क्वॉयड और डॉग स्क्वॉयड आंदोलन स्थल पर निगरानी बनाए रहे। हालांकि वह देर शाम तक भी यूपी गेट नहीं पहुंची थीं। इस बारे में दिन में जब राकेश टिकैत से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आने की कोई जानकारी नहीं है।
वहीं इससे पहले यूपी गेट पर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात करने बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह पहुंचे। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक बैठक चली। नरेंद्र सिंह ने कहा कि राकेश टिकैत के साथ बैठक में आंदोलन को व्यापक रूप देने पर बातचीत हुई है, जिसमें बिहार के अंदर जेपी आंदोलन की तरह कृषि कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन को भी बड़ा किया जाएगा।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि कृषि कानून सिर्फ हरियाणा पंजाब और यूपी का नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है। ऐसे में किसानों के साथ मिलकर आंदोलन को जगह-जगह पहुंचाया जाएगा। यह कृषि कानून पूरे देश के लिए गलत है। नरेंद्र सिंह ने पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर कहा कि इस बार लोग सरकार का पूरी तरह से सफाया कर देंगे।
इसी बीच शुक्रवार सुबह भारतीय किसान यूनियन के किसान बृजपाल सिंह की बरसी पर यूपी गेट पर हवन किया गया, जिसमें किसान बृजपाल सिंह के बेटे ब्रह्मजीत सिंह और किसान नेता राकेश टिकैत द्वारा हवन में आहुति दी गई। इस बीच सभी पदाधिकारियों ने किसान बृजपाल सिंह की आत्मशांति के लिए प्रार्थना भी की।