पुलित्जर पुरस्कार विजेता भारतीय पत्रकार दानिश की तालिबान हमले मे मौत, कोरोना काल मे खींची थी सबसे दर्दनाक फ़ोटो

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कोरोना काल में सबसे दर्दनाक फोटो खींचने वाले भारतीय पत्रकार की तालिबान हमले में मौत, जीत चुके हैं पुलित्जर पुरस्कार
Reuters Photo Journalist Danish Siddiqui (Twitter)
Photo Journalist Danish Siddiqui. भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मृत्यु हो गई। अफगानिस्तान के कंधार शहर में उनकी मौत हो गई। कंधार के स्पिन बोल्डक (Spin Boldak) जिले में हुए एक हमले में दानिश सिद्दीकी की मृत्यु हो गई। दानिश सिद्दीकी यहां अफगानी सेना और तालिबानी लड़ाकों के बीच चल रहे जंग की रिपोर्टिंग कर रहे थे। खबरों के मुताबिक तालिबान द्वारा किए गए हमले में उनकी मौत हो गई।

दानिश सिद्दीकी अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी रॉयटर्स (Reuters) के चीफ फोटो पत्रकार थे। अपनी खींची गई तस्वीरों के लिए उन्हें पुलित्जर पुरस्कार मिल चुका था। जो कि पत्रकारिता जगत का बड़ा पुरस्कार है। उनके निधन से दुनिया भर के पत्रकारों में शोक की लहर दौड़ गई है। हर पत्रकार दानिश सिद्दीकी को याद कर रहा है। उनके साहस को सलाम कर रहा है।
बता दें कि अफगानिस्तान में अफगानी सेना और तालिबानियों के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है। तालिबान एक के बाद एक अफगानिस्तान पर रॉकेट दाग रहा है। अफगानी सेना भी अपना पूरा दमखम झोंक चुकी है।

इस संघर्ष की कहानी को अपने कैमरे में लगातार कैद कर रहे थे दानिश सिद्दीकी। कंधार में भी वो अफगानी सेना के साथ ही थे। युद्ध को अपने कैमरे में दर्ज कर रहे थे। अभी 5-6 दिन पहले ही दानिश सिद्दीकी ने एक ट्वीट में यह बताया था कि अफगानी सेना की एक गाड़ी में बैठकर जब वो फोटो खींच रहे थे तभी एक रॉकेट तालिबान की ओर से दागा गया। हालांकि इस हमले में दानिश बच गए थे।

मशहूर हैं ये तस्वीरें:
दानिश सिद्दीकी की कई तस्वीरें बेहद लोकप्रिय हुई हैं। उनकी फोटो के लिए उन्हें पुलित्जर पुरस्कार भी मिल चुका है। बीते दिनों जब कोरोना महामारी के कारण भारत में मजदूरों का पलायन शुरू हुआ तब दानिश सिद्दीकी ने सड़क पर कई तस्वीरें लीं। इन तस्वीरों को खूब सराहा गया। क्योंकि उनमें हकीकत बेहद स्पष्ट रूप से दिख रही थीं।

कोरोना संक्रमण से हो रही मौतों की हकीकत बयां करती एक तस्वीर पिछले दिनों खूब सुर्खियों में रही थी। ये फोटो रॉयटर्स ने प्रकाशित की थी। जिसे दानिश सिद्दीकी ने ही खींचा था। यह शमशान घाट के ऊपर से ली गई फोटो थी। जिसमें एक साथ दर्जनों लाशें जलती हुई दिख रही थीं।

दिल्ली दंगों के दौरान भी दानिश सिद्दीकी अपने काम पर थे। हिंसा के दौरान खींची गई उनकी तस्वीर खूब सुर्खियों में रही। दानिश सिद्दीकी के निधन के बाद उनकी इन तस्वीरों को लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

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