अवैध हथियारों की तस्करी करने के एक बड़े मामले का खुलासा, तीन हथियार तस्कर गिरफ्तार
– पांच पिस्टल, दो तमंचे, 10 कारतूस 32 बोर व तस्करी में प्रयोग होने वाली कार बरामद
– अवैध हथियार सक्रिय बदमाशों सहित अन्य लोगों को मोटी रकम पर हथियार बेचते थे
नोएडा कोतवाली फेज-2 पुलिस ने तीन बदमाशो को गिरफ्तार कर अवैध हथियारों की तस्करी करने के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने इन तीनों हथियारों तस्करो को सेक्टर 81 मेट्रो स्टेशन से उस समय गिरफ्तार किया है, जब ये कार में सवार हो कर अवैध हथियारों की सप्लाई करने जा रहे थे। पुलिस ने आरोपियों से पांच पिस्टल, दो तमंचे, 10 कारतूस 32 बोर व तस्करी में प्रयोग होने वाली कार बरामद की है।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े रहीसुद्दीन, मोहम्मद रफी और गुरलाल सिंह उर्फ दीप अवैध हथियारों की तस्करी करते है इस धंधे में काफी दिनो से सक्रिय है। एडीसीपी नोएडा सेंट्रल अंकुर अग्रवाल ने बताया की पुलिस को इनपुट मिली थी कि 3 लोग हथियारों के तस्कर हैं, कार में सवार होकर हथियारों की सप्लाई करने के लिए आने वाले है। जब पुलिस रात को हथियारों तस्करो के तलाश में गश्त कर रही थी। इसी बीच सेक्टर 81 मेट्रो स्टेशन के पास संदिग्ध कार नजर आई। पुलिस ने उन्हें रोका तो चालक ने दूसरी तरफ कार मोड़ दी। इस पर पुलिस ने घेराबंदी करके कार रोक ली। जांच में सामने आया कि कार में सवार तीनों आरोपी अवैध हथियारों के तस्कर हैं। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों से पांच पिस्टल, दो तमंचे, 10 कारतूस 32 बोर व तस्करी में प्रयोग होने वाली कार बरामद की है।
एडीसीपी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने नोएडा-एनसीआर को अवैध हथियार तस्करी का ठिकाना बना रखा था। यहां पर सक्रिय बदमाशों सहित अन्य लोगों को मोटी रकम पर हथियार बेचते थे। पिस्टल 20 से 30 हजार रुपये में बेची जाती थी, जबकि तमंचा पांच से 10 हजार रुपये में। ये लोग प्रदेश के अन्य जिलों में भी तस्करी करते थे। आरोपी रहीसुद्दीन वर्ष 1998 और 2003 में मुजफ्फनगर से जेल जा चुका है। इसी तरह मोहम्मद रफी अवैध हथियार रखने के मामले में मुजफ्फनगर के मीरापुर थाने और हत्या के केस में ककरौली थाने से जेल जा चुका है।