लखनऊ: साढ़े चार साल पहले इसी इलाके में मारा गया था आईएसआईएस का आतंकी, पीएम मोदी की रैली में ब्लास्ट करने की थी योजना
लखनऊ का काकोरी थाना क्षेत्र साढ़े चार साल बाद आतंकी ठिकानों को लेकर फिर से चर्चा में आ गया है। साल 2017 के फरवरी महीने में काकोरी की हाजी कॉलोनी में एटीएस ने एक लंबे ऑपरेशन के बाद सैफुल्लाह नाम के आईएसआईएस आतंकी को मार गिराया था।
इस घटना ने पूरे काकोरी क्षेत्र में दहशत फैला दी थी। सैफुल्लाह जिस मकान में रह रहा था वह मकान भी मलिहाबाद के व्यक्ति का था। डेढ़ दिन चले ऑपरेशन में एटीएस और लखनऊ पुलिस ने ना सिर्फ सैफुल्लाह को मार गिराया था बल्कि भारी मात्रा में विस्फोटक, कारतूस और हथियार बरामद किए थे।
एटीएस ने दावा किया था कि मारे गए सैफुल्लाह ने लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में विस्फोट करने की योजना बनाई थी। इस घटना के बाद पूरे काकोरी क्षेत्र में किरायेदारों के सत्यापन का अभियान भी चलाया गया था लेकिन वक्त बीतने के साथ-साथ यह अभियान भी बंद हो गया। अब इसी हाजीपुर कॉलोनी से मात्र 2 किलोमीटर दूर सीते विहार कॉलोनी में फिर से आतंकवादी के छिपे होने की घटना ने आसपास के लोगों को दहशत में डाल दिया है।
बता दें कि राजधानी लखनऊ में आतंकी संगठन अलकायदा का एक आतंकवादी भारी विस्फोटकों के साथ गिरफ्तार किया गया है जबकि काकोरी थाना क्षेत्र की सीतेबिहार कॉलोनी में छापेमारी कर एक अन्य को गिरफ्तार किया गया है। एटीएस को यहां पर संदिग्ध आतंकवादी छुपे होने की जानकारी मिली थी।
एटीएस ने यहां छापेमारी कर घर के अंदर से दो प्रेशर कुकर बम एक अर्ध निर्मित टाइम बम बरामद किया है। बताया जा रहा है कि ये लोग दो-तीन दिन में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे। एटीएस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है।
सोमवार को एटीएस ने एक संदिग्ध को छापेमारी कर गिरफ्तार किया था। उसी की निशानदेही पर रविवार सुबह फिर एटीएस ने सिराज, रियाज और शाहिद उर्फ गुड्डू के मकानों में छापा मारा। एटीएस वसीम नाम के युवक को अपने साथ गिरफ्तार कर ले गई है।
एटीएस ने छापेमारी के दौरान कॉलोनी से शाहिद उर्फ गुड्डू और वसीम को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की। इसके बाद वसीम को अपने साथ लेकर चली गई। शाहिद अपने परिवार के साथ सीता विहार कॉलोनी में रहता है। उसने पांच मकानों को किराए पर उठा रखा है।एटीएस को काकोरी थाना क्षेत्र के दुबग्गा स्थित एक घर मे संदिग्ध लोगों के छिपे होने की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर पड़ताल के लिए एटीएस की टीम ने छापेमारी की है।