नोएडा पुलिस व शारदा यूनिवर्सिटी की फैमिली डिस्प्यूट रिजोल्यूशन क्लिनिक ने सैकड़ों परिवारों को उजड़ने से बचाया, पति-पत्नी के कड़वाहट को मिठास में बदला, क्लिनिक की व वर्षगांठ पर सेमिनार
ग्रेटर नोएडा : परिवारों में दंपती के बीच होने वाले झगडे और मनमुटाव से उपजे विवादों के खात्मे को लेकर शुरू की गई फैमिली डिस्प्यूट रिजोल्यूशन क्लिनिक (एफडीआरसी) की पहली वर्षगांठ पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें शारदा विवि के चांसलर पी के गुप्ता, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और डीसीसी महिला सुरक्षा वृंदा शुक्ला ने शिरकत की।
इस मौके पर नाॅलेज पार्क थाने में बने एफडीआरसी केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में शारदा विवि के चांसलर पी के गुप्ता ने बताया कि हमारे लिए गर्व की बात है कि इस सेंटर ने कई परिवारों को उजडने से न केवल बचाया बल्कि लोगों को कानूनी और सामाजिक रूप से जागरूक भी किया। गुप्ता ने बताया कि वह अपनी यूनिवर्सिटी के मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक इस क्लिनिक में भेज रहे हैं और यह लोग दंपती की काउंसलिंग कर उन्हें आवश्यक निर्देश देते हैं। उन्होंने अपनी टीम की वरिष्ठ मनोचिकित्सक डाॅ. भावना उपाध्याय के साथ ही टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि एक्सपर्ट ने जिस तरह से घरों में खुशी लौटाई है वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि यदि पीड़ित लोगों की काउंसलिंग कराने के लिए और काउंसलर उपलब्ध करवाने की जरूरत पडेगी तो शारदा विवि प्रबंधन कभी पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि जिस समाज में हमलोग रहते हैं वहां का माहौल खुशनुमा होने से एक सकारात्मक संदेश जाता है।
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने कहा कि इस केंद्र के माध्यम से सैकडों विवादों का निपटारा किया गया। टूटते हुए परिवारों को जोड़ने के लिए यह बेहतर है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे विवादों को लेकर अक्सर परिवार बिखर जाते हैं लेकिन एक्सपर्ट की टीम ऐसे परिवारों को जोड़ने के लिए प्रयासरत है और वह काफी हद तक सफल भी हो रहे हैं।
शारदा यूनिवर्सिटी के सहयोग से संचालित की जा रही क्लिनिक का संचालन कर रही डीसीपी महिला सुरक्षा वृंदा शुक्ला ने बताया कि 10 जुलाई 2020 को थाना नॉलेज पार्क में फैमिली डिस्प्यूट्स रेजोल्यूशन क्लिनिक को प्रारंभ किया गया। एक वर्ष में कुल 188 मामले आए हैं जिसमें 168 का निपटारा कर दिया गया है जिसके बाद पति-पत्नी साथ साथ रहने लगे हैं। इनमें लिवइन रिलेशनशिप, पति पत्नी के बीच घरेलू विवाद, बच्चों की परवरिश को लेकर विवाद, मां-बाप की देखभाल समेत अन्य कई विवादों का निपटारा किया गया। यहां पर प्रत्येक सप्ताह के गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को क्लिनिक संचालित की जाती है। इसमें महिला सब इंस्पेक्टर ऊषा भाटी के नेतृत्व में कई महिला कांस्टेबल के साथ ही मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक यहां आने वाली दंपती की काउंसलिंग कर रहे हैं।