विवेकानंद के रास्ते पर चलकर ही भारत विश्वगुरू बन सकता है: कैप्टन पी के सिंह
ग्रेटर नोएडा : विश्व में शांति विश्व बंधुत्व से ही हो सकती है। भारतीय संस्कृति निर्पेक्षता और यथार्थ को महत्व देती है। विवेकानंद के रास्ते पर चलकर ही भारत विश्वगुरू बन सकता है। ये बाते कैप्टन पी के सिंह ने आईआईएमटी कॉलेज समूह में आयोजित विश्व बंधुत्व दिवस के अवसर पर कही । आगे उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने राष्टी्य चेतना जगाने, सांप्रदायिकता मिटाने मानवतावादी संवेदनशील समाज बनाने के लिये एक आध्यात्मिक नायक की भूमिका निभाई।
नॉलेज पार्क 3 स्थित आईआईएमटी कॉलेज समूह में विश्व बंधुत्व दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैप्टन पी के सिंह थे। कार्यक्रम में विवेकानंद के विचारों पर वक्ताओं ने अपनी बात रखी।आईआईएमटी कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक मयंक अग्रवाल ने कहा कि विश्व धर्म सम्मेलन में विश्व बंधुत्व के विचारों को विस्तार से रखकर विवेकानंद ने भारत का मान बढ़ाया। सभी प्राणियों से प्रेम रखना ही विश्व बंधुत्व है। उन्होंने कहा कि हमें स्वामी विवेकानंद के बताये रास्ते मदद करे और लडे नही, और एक दूजे का साथ दे ना कि अलग करें के रास्ते पर चलकर शान्ति एवं भाईचारा का उदाहरण सभी के सामने रखना चाहिये ।
आईआईएमटी कालेज ऑफ मैनेजमेंट के निदेशक डॉ राहुल गोयल ने कहा कि हमे मानवता की सच्ची सेवा को ही अपना धर्म समझना चाहिये। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने स्वामी विवेकानंद के सपनो का भारत बनाने का सकल्प लिया । छात्र-छात्राओं ने प्रण लिया की स्वामी विवेकानंद के बताये रास्ते पर चलकर आधुनिक भारत की नीव रखेंगे । इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद के स्लोगन की भी प्रतियोगिता हुई, जिसमे छात्र-छात्राओं ने उनके स्लोगन को प्रस्तुत किया । अच्छे स्लोगन लिखने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्क्रत भी किया गया ।