यूपी में रोपे गए 25.51 करोड़ पौधे : लक्ष्य पूरा होने पर मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेशवासियों का जताया आभार
यूपी में रविवार को एक ही दिन में 25.51 करोड़ पौधे रोपे गए। लक्ष्य पूरा होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को धन्यवाद दिया है। मिशन-30 करोड़ के तहत इसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। क्विक कैप्चर एप के माध्यम से पौधरोपण स्थलों की जियो टैगिंग भी की गई। वन एवं पर्यावरण मंत्री दारा सिंह चौहान ने वन मुख्यालय पर रविवार शाम मीडिया को पौधरोपण के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुल्तानपुर और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने झांसी में पौधरोपण कर अभियान का शुभारंभ किया। मानसून सीजन में 30 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य है। 4 जुलाई को 25 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य था। वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश में 18878 स्मृति वाटिका की स्थापना कर कोविड महामारी या अन्य किन्हीं कारणों से बिछड़े प्रियजनों की याद को अमर बनाया गया। उन्होंने कहा कि ग्रामवासियों की आय में वृद्धि के लिए ग्राम पंचायत की भूमि पर इमारती और फलदार पौधों का रोपण किया गया।
सुल्तानपुर में यूपीडा ने वन विभाग से खरीदे गए 30 हजार पौधे ग्रामवासियों को बांटे। मिड-डे मील में उपयोग करने के लिए प्रदेश के विद्यालयों में सहजन के पौधों का रोपण किया गया। प्रत्येक जिले में जनप्रतिनिधियों और विशिष्ट जनों की उपस्थिति में पौधरोपण हुआ। अभियान की सफलता के लिए विगत सात दिनों में मुख्यमंत्री, वन मंत्री और अपर मुख्य सचिव, वन मनोज सिंह की ओर से सभी ग्राम प्रधानों को संदेश भेजे गए।
100 से अधिक प्रजातियों का रोपण
वन मंत्री ने बताया कि कुपोषण खत्म करने और प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के लिए बेल, आंवला, जामुन, कटहल, पपीता और खजूर आदि के पौधे रोपे गए। जैव विविधता के संरक्षण के लिए 100 से अधिक प्रजातियों के पौधे रोपे गए।
गंगा व सहायक नदियों के किनारे रोपे गए 1.30 करोड़ पौधे
वन विभाग ने गंगा और 80 सहायक नदियों के किनारे 1.30 करोड़ से अधिक पौधे रोपे गए। एक्सप्रेस-वे, राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग के किनारे पौधे रोपने को प्राथमिकता दी गई। वन विभाग ने अन्य विभागों को 17.87 करोड़ पौधे दिए। ग्राम पंचायतों में सहजन के साथ ही औषधीय एवं फलदार प्रजातियों के पौधे भी रोपे गए। पौधों को पोषक तत्व देने के लिए 2775 क्विंटल जीवामृत का उपयोग पौधशालाओं में किया गया। पौधरोपण क्षेत्रों में 12321 क्विंटल कंपोस्ट खाद का उपयोग किया गया। पौधरोपण की निगरानी प्लांटेशन मॉनिटरिंग सिस्टम और नर्सरी मैनेजमेंट सिस्टम से वन विभाग मुख्यालय स्थित कमांड सेंटर से की गई।