Jammu Kashmir: पूर्व उपमुख्यमत्री बेग से पीपुल्स कांफ्रेंस ने किया किनारा यह है इसकी वजह
श्रीनगर : सर्वदलीय बैठक में खुद को किसी राजनीतिक दल विशेष के बजाय एक आम कश्मीरी का प्रतिनिधि बताने वाले पूर्व उपमुख्यमत्री मुजफ्फर हुसैन बेग से मंगलवार को पीपुल्स कांफ्रेंस ने किनारा कर लिया है।
इसके बाद अब बारामुला जिला विकास परिषद की चेयरमैन सफीना बेग की कुर्सी भी खतरे में पड़ती नजर आ रही है। वह पीपुल्स कांफ्रेंस के सहयोग से ही चेयरमैन बनी हैं। बेग इसी साल मार्च में पीडीपी को छोड़ पीपुल्स कांफ्रेंस में शामिल हुए थे।
पीपुल्स कांफ्रेंस की स्थापना में बेग ने सज्जाद गनी लोन के पिता स्व अब्दुल गनी लोन के साथ अहम भूमिका निभाई थी। बाद में दोनों के रास्ते अलग हो गए थे। गत सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक में मुजफ्फर हुसैन बेग ने कहा था कि मैं यहां किसी दल विशेष का प्रतिनिधि नहीं हूं। मैं यहां एक कश्मीरी, जम्मू कश्मीर के आम नागरिक के प्रतिनिधि और एक पूर्व उपमुख्यमंत्री के नाते हूं। उन्होंने अनुच्छेद 370 और 35ए पर भी पीपुल्स कांफ्रेंस के घोषित स्टैंड के खिलाफ ही बात की। उन्होंने पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को भी बैठक में अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर टोक दिया और कहा था कि इसे यहां उठाने की जरूरत नहीं है। यह मामला सर्वाेच्च न्यायालय में विचाराधीन है।
सर्वदलीय बैठक के बाद से पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन और बेग में मतभेदों की खबरें शुरू हो गई थीं। मंगलवार को पीपुल्स कांफ्रेंस के महासचिव इमराज रजा अंसारी ने कहा कि मुजफ्फर हुसैन बेग हमारी पार्टी के सदस्य नहीं हैं। वह कभी भी पीपुल्स कांफ्रेंस में विधिवत रूप से शामिल नहीं हुए हैं और न उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली है। हमारे चेयरमैन सज्जाद गनी लोन मार्च मे जब उनसे उनके घर मे मिलने गए थे तो पुराने संबंधों के आधार पर।
मुजफ्फर हुसैन बेग ने उस समय बारामुला डीडीसी चुनाव में सफीना बेग के चेयरमैन चुने जाने पर पीपुल्स कांफ्रेंस का आभार जतायाा था। सफीना बेग हमारी ही पार्टी के सहयोग से चेयरमैन बनी हैं। बारामुला डीडीसी मे हमारे तीन सदस्य चुनाव जीते थे।