राहुल गांधी का सवाल: डेल्टा प्लस स्वरूप की रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर जांच क्यों नहीं हो रही
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार को एक बार फिर आड़े हाथ लिया है। राहुल गांधी ने मोदी सरकार से देश में मौजूद डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर तीन सवाल किए हैं और ट्विटर पर उन्हें साझा किया है। राहुल गांधी ने देश में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप के कई मामले सामने आने की पृष्ठभूमि में केंद्र सरकार से सवाल किया कि इसकी रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर जांच क्यों नहीं हो रही है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ डेल्टा प्लस वेरिएंट पर मोदी सरकार से प्रश्न- इसकी जांच व रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर टेस्टिंग क्यों नहीं हो रही है? टीके इस पर कितने प्रभावशाली हैं और पूरी जानकारी कब मिलेगी?’’ कांग्रेस नेता ने यह भी पूछा, ‘‘तीसरी लहर में इसे नियंत्रित करने की क्या योजना है?’’
बता दें कि कई विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस के इस स्वरूप पर चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि यह तीसरी लहर का कारण बन सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी पिछले दिनों वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप को चिंताजनक करार दिया था। वहीं देश के कई राज्यों में अब कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि की जा चुकी है। इतना ही नहीं, कुछ राज्यों में इस वैरिएंट की वजह से मरीजों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा है।
डेल्टा प्लस वेरिएंट पर मोदी सरकार से प्रश्न-
– इसकी जाँच व रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर टेस्टिंग क्यों नहीं हो रही?
– वैक्सीन इसपर कितनी प्रभावशाली हैं व पूरी जानकारी कब मिलेगी?
– तीसरी लहर में इसे नियंत्रित करने का क्या प्लान है?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 25, 2021
डेल्टा प्लस वैरिएंट, डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है, क्योंकि डेल्टा प्लस वैरिएंट के जरिए वायरस को गले से फेफड़ों तक पहुंचने में बहुत कम समय लगता है।