एयर इंडिया: चुनिंदा संपत्तियां बेच रही सरकारी विमानन कंपनी, 300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के विनिवेश की प्रक्रिया जल्द पूरी होने की उम्मीद है। विनिवेश के रास्ते पर आगे बढ़ रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी वाणिज्यिक और आवासीय संपत्ति बेचकर 200 से 300 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही है। एयर इंडिया ने संपत्तियों के लिए बोली मंगाई जिसमें उसके फ्लैट और भूखंड भी शामिल है।
एयर इंडिया ने आमंत्रित की ई-नीलामी बोलियां
एक सार्वजनिक सूचना के अनुसार, एयर इंडिया ने एमएसटीसी के जरिए देशभर में मौजूद अपनी संपत्तियों को बेचने के लिए ई-नीलामी बोलियां आमंत्रित की है। एक आवासीय भूखंड और मुंबई में एक फ्लैट, नई दिल्ली में पांच फ्लैट, बंगलूरू में एक आवासीय भूखंड और कोलकाता में चार फ्लैट, उन संपत्तियों में से हैं, जिन्हें बिक्री पर रखा गया है। सूचना के अनुसार बिक्री के लिए औरंगाबाद में एक बुकिंग कार्यालय और स्टाफ क्वार्टर, भुज में एयरलाइन हाउस के साथ एक आवासीय भूखंड, नासिक में छह फ्लैट, नागपुर में बुकिंग कार्यालय और तिरुवनंतपुरम में एक आवासीय भूखंड और मंगलूरू में दो फ्लैट शामिल हैं।
200-300 करोड़ मिलने की उम्मीद
इस संदर्भ में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, ‘हमें उम्मीद है कि इन संपत्तियों की नीलामी से एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (एआईएएचएल) को करीब 200-300 करोड़ रुपये मिलेंगे। बोलियां आठ जुलाई को खुलेंगी और नौ जुलाई को बंद होंगी।’
विनिवेश के लिए अंतिम रूपरेखा तय करने की प्रक्रिया में सरकार
उल्लेखनीय है कि सरकार, घाटे में चल रही एयर इंडिया के विनिवेश के लिए अंतिम रूपरेखा तय करने की प्रक्रिया में है। एयर इंडिया समूह की गैर-प्रमुख संपत्तियों को रखने के लिए एक विशेष प्रयोजन तंत्र एआईएएचएल की स्थापना की गई है।
मौजूदा समय में 90 हजार करोड़ से भी ज्यादा कर्ज
मालूम हो कि मौजूदा समय में एयर इंडिया पर 90 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा कर्ज है। दीपम द्वारा एयर इंडिया के लिए रुचि जाहिर करने वाले दसतावेज में 31 मार्च 2019 को एयर इंडिया पर कुल कर्ज 60,074 करोड़ रुपये बताया गया था।