DL के लिए नही देना पड़ेगा अब कोई टेस्ट, जाने प्रोसेस
दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षण स्लॉट को आधा कर दिया है, और स्थायी लाइसेंस के आवेदकों को किसी भी ऑटोमेटिड ट्रैक पर टेस्टिंग की अनुमति दी गई है।
इस विषय पर बात करते हुए अधिकारियों ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षण के लिए रोजाना करीब 1,000 स्लॉट दिए जाते हैं, लेकिन अब इन्हें आधा कर दिया गया है। फिलहाल उपलब्ध स्लॉट में से 50 प्रतिशत उन आवेदकों के लिए आरक्षित होंगे जिन्होंने लॉकडाउन के दौरान बुकिंग की थी।
परिवहन विभाग द्वारा 6 जून को जारी एक आदेश के अनुसार स्थायी लाइसेंस के लिए आवेदक किसी भी ऑटोमेटिड टेस्टिंग ड्राइविंग ट्रैक पर ड्राइविंग कौशल परीक्षण में उपस्थित हो सकते हैं, भले ही उन्होंने मूल रूप से मोटर लाइसेंसिंग कार्यालय में आवेदन किया हो। यानी एक उम्मीदवार को एक बार में केवल एक कैटेगरी में लाइसेंस के लिए लेने की अनुमति दी जाएगी। आदेश में कहा गया है कि बाद में किसी अन्य किसी कैटेगरी के लिए उन्हें लाइसेंस लेने की अनुमति होगी।
परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पहले दिन टेस्ट ट्रैक पर हमेशा की तरह उतने आवेदक नहीं थे, लेकिन संख्या में वृद्धि होना तय है। क्योंकि लॉकडाउन के दौरान टेस्ट नहीं किए जा रहे थे। दिल्ली के 13 आरटीओ में से अधिकांश के पास कार्यालय परिसर या उसके आस-पास एक ऑटोमेटिड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक है और कुछ मामलों में दो आरटीओ एक ही ट्रैक साझा करते हैं। यानी अभी प्राथमिकता उन टेस्ट को दी जाएगी। जो दो महीने से लंबित हैं।