विश्व पर्यावरण दिवस : ग्रेनो प्राधिकरण लगाएगा 1 लाख पौधे, , आज से शुरू हुआ अभियान
ग्रेटर नोएडा: आज पर्यावरण दिवस पर प्राधिकरण द्वारा ग्रेटर नोएडा ऑथोरिटी के पास और मेट्रो डिपो से सेक्टर Mu-2 को जाने वाली सड़क पर पौधारोपण की शरुआत की गई। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेन्द्र भूषण जी अमलताश और कदम्ब के पेड़ लगाए। सड़कों के नाम अब वृक्षों के नाम से होंगे। सीईओ नरेंद्र भूषण ने आह्वान किया की आएं मिलकर वृक्ष लगाए जिससे पर्यावरण बेहतर हो सके. इस अवसर पर जीएम अशोक अरोड़ा, हरेन्द्र भाटी, सीनियर मैनेजर कपिल सिंह , सीनियर मैनेजर प्रवीण सलोनीया, मैनेजर एम.के धारीवाल, सहायक प्रबंधक वैभव नागर, सहायक प्रबंधक पी.पी मिश्रा, ज्ञानेंद्र यादव, मैनेजर बी.पी सिंह, ओमकार भाटी, सुरेंद्र भाटी,आदि मौजूद रहे। प्रेस-विज्ञप्ति 1. आज दिनांक 05.06.2021 को नरेन्द्र भूषण, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के अवसर पर वृक्षारोपण किये जाने विषयक- 2. मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा उद्यान विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि आने वाले मानसून सत्र हेतु एक वृहद अभियान (Special Drive) चलाकर 100000 पौधों के वृक्षारोपण हेतु एक विस्तृत कार्ययोजना जन सामान्य की सहभागिता के साथ तैयार किये जाने विषयक- आज दिनांक 05.06.2021 को श्री नरेन्द्र भूषण, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर जनपद-गौतमबुद्ध नगर के निवासियों को सर्वप्रथम बधाई देते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के समीप 130 मी0 रोड की 100 मी0 हरित क्षेत्र में कदम्ब के एक पौधे का वृक्षारोपण किया गया। साथ ही ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के निवासियों से यह आवाह्न भी किया गया कि वृक्षारोपण करके तथा वृक्षों की सुरक्षा से ही पर्यावरण को सुरक्षित/संरक्षित किया जा सकता है। अतः सभी व्यक्तियों को वृक्षारोपण करना चाहिये तथा वृक्षों की देखभाल करनी चाहिये। उक्त कदम्ब पौधे को कदम, बटर फ्लावर-ट्री लैरन और लीचर्ड प्राईन भी कहते है। इसका वानस्पतिक नाम रूबयेसी कदम्ब है। कदम्ब का वृक्ष बहुत जल्दी बढ़ता है तथा इसकी लंबाई 20 से 40 फीट तक की होती है। यह एक छायादार एवं सुन्दर वृक्ष है। बारिश के मौसम में इसके पेड़ों पर फूल आते हैं जो कुछ ही महीनों में फल बन जाते हैं। इस पेड़ को भारत में धार्मिक तौर पर भी जोड़ा जाता है। इसे देव का वृक्ष भी कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि बादलों की गरज से इसके फूल खिलने शुरू होते हैं। इसे हरिद्र और नीप भी कहा जाता है। सामान्य तौर पर पेड़ के चार से पांच साल होने पर इसमें फूल खिलने लगते हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा कोविड-19 तथा लॉकडाउन की परिस्थितियों के दृष्टिगत कान्सट्रक्शन लेबर/वर्कर्स को दैनिक कार्य/मजदूरी हेतु कार्य योजना बनाते हुए उन्हे कार्य उपलब्ध कराये जाने हेतु व्यवस्था सुनिश्चित की गयी थी। जिसके अन्तर्गत उक्त कान्सट्रक्शन लेबर/वर्कर्स का उपयोग प्राधिकरण के उद्यान विभाग द्वारा करते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के समीप पार्क को विकसित करते हुए घास रोपित किये जाने तथा हरियाली को विकसित किया जा रहा है। उक्त कार्य को विगत 1 माह से विकसित कराया जा रहा है। जिसमें अभी तक लगभग 1500 कान्सट्रक्शन लेबर /वर्कर्स द्वारा कार्य किया गया है। शीघ्र ही उक्त पार्क को पूर्ण रूप से हरित एवं दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित कर दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त उद्यान विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि आने वाले मानसून सत्र हेतु एक वृहद अभियान चलाकर 100000 पौधों के वृक्षारोपण हेतु एक विस्तृत कार्ययोजना भी तैयार कर ली जाये। ताकि आने वाले मानसून सत्र में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में अधिक से अधिक वृक्षारोपण कराया जा सके। जिससे कि हरियाली के साथ-साथ पर्यावरण की भी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रख जाये कि मानसून सत्र में प्रस्तावित वृक्षारोपण में जन सामान्य तथा ग्रेटर नोएडा के निवासियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाये। अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी