Dhara- 144 in Noida : नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अब 30 जून तक बढ़ी धारा- 144, कर्फ्यू भी लगाया गया
नोएडा। जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने को 30 जून तक धारा 144 बढ़ा दी गई है। अपर पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) कानून एवं व्यवस्था श्रद्धा पांडे ने आदेश जारी करते हुए बताया कि कोविड-19 के कारण फैल रही महामारी को शासन ने आपदा घोषित किया है। इसके चलते आंशिक कोरोना कर्फ्यू के निर्देश जारी किए गए हैं। इसी को देखते हुए शहर में 30 जून तक धारा 144 लागू रहेगी। आवश्यक सेवाओं व वस्तुएं के अतिरिक्त किसी अन्य प्रकार का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। शादी समारोह में 25 और अंतिम संस्कार में 20 लोगों से अधिक की संख्या प्रतिबंधित होगी। कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 600 से कम होने पर जिले में रात्रि कर्फ्यू शाम 7 से सुबह 7 बजे तक लागू होगा। शनिवार और रविवार को साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा।
जानें धारा 144 के बारे में
सीआरपीसी की धारा 144 उस स्थिति में लगाई जाती है, जब शांति कायम करने या किसी आपात स्थिति से बचने बात हो। जानकारों की मानें तो अगर किसी तरह की सुरक्षा, स्वास्थ्य संबंधित खतरे या दंगे की आशंका हो, तब धारा-144 जहां लगती है। इस धारा के लगने के बाद इलाके में पांच य उससे ज्यादा आदमी एक साथ जमा नहीं हो सकते हैं।
बता दें कि हालात के मद्देनजर जरूरत पड़ने पर धारा 144 लागू होने के दौरान इंटरनेट सेवाओं को भी ठप किया जा सकता है। धारा लागू करने के लिए इलाके के जिलाधिकारी द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। यह धारा लागू होने के बाद उस इलाके में हथियारों के ले जाने पर भी पाबंदी होती है।
वहीं, नोएडा शहर में दूसरी लहर में मई के शुरुआती पंद्रह दिनों तक कोरोना संक्रमण ने अपना व्यापक रूप दिखाया, लेकिन आखिरी दिनों में लोगों को राहत भी दी। अप्रैल के मुकाबले मई में भले ही संक्रमण ज्यादा रहा, दोगुना मौत हुई, लेकिन स्वस्थ दर में भी सुधार हुआ। मई में 28 हजार लोग कोरोना को मात देकर घर लौटे हैं, जोकि अप्रैल के मुकाबले चार गुना अधिक है। वहीं, अब नए संक्रमितों की संख्या व मौत के आंकड़े में भी कमी दर्ज होने लगी है। दूसरी लहर का प्रकोप 15 अप्रैल से 15 मई के बीच रहा। अप्रैल में 15,202 नए मामले और 121 लोगों की मौत हुई थी, रिकवरी दर नाममात्र के लिए रहा। नए संक्रमितों के मुकाबले सिर्फ 7,155 लोग ही कोरोना को मात दे सके। मई में 21,057 नए मामले मिले और 238 लोगों ने संक्रमण के आगे दम भी तोड़ दिया।