गृह मंत्रालय की दो-टूक, राज्यों के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की आवाजाही पर नहीं लगाया जाए प्रतिबंध
नई दिल्ली, एजेंसियां। देश में कोरोना संक्रमण के चलते स्थिति विकराल हो गई है। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या ने सरकार के सभी इंतजामों पर पानी फेरने का काम किया है। ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की भारी किल्लत हो गई है। हालांकि सरकार ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुचारू करने के लिए पूरी कोशिशें कर रही है। ऑक्सीजन टैंकरों को राज्यों में रोके जाने की शिकायतों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सख्त रुख अपनाया है। मंत्रालय ने निर्देश दिए हैं राज्यों के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। यही नहीं ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों के अंतर-राज्य आवाजाही की अनुमति दी जाए।
No restriction shall be imposed on the movement of Medical Oxygen between the State and transport authorities shall be instructed to accordingly allow free inter-state movement of oxygen-carrying vehicles: MHA #COVID19 pic.twitter.com/EvOkeuT7By
— ANI (@ANI) April 22, 2021
केंद्रीय गृह मंत्रालय का यह बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब दिल्ली सरकार ने इसकी आपूर्ति प्रभावित होने को लेकर सीधे केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को आरोप लगाया कि ऐसे में जब केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ा दिया है तो हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें ऑक्सीजन लेकर आ रहे टैंकरों को रोक रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर में हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें इस तरह का व्यवहार क्यों कर रही हैं। ऐसा लग रहा है जैसे दिल्ली का उत्तर प्रदेश और हरियाणा से झगड़ा है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को कहा कि आज दिल्ली में चारों तरफ ऑक्सीजन के लिए त्राही त्राहि इसलिए मची हुई है क्योंकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश ने ऑक्सीजन को लेकर जंगलराज मचा रखा है। वहां की सरकारें, अधिकारी, पुलिस वहां के ऑक्सीजन प्लांट से दिल्ली के लिए ऑक्सीजन नहीं निकलने दे रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से गुहार लगाई कि केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए अन्यथा स्थिति बेहद विकराल हो जाएगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन पूरी तरह खत्म हो गई है। सरोज, राठी, शांति मुकुंद, तीरथ राम अस्पताल, यूके अस्पताल, जीवन अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं है।