‘सांसों का सिलेंडर’: जीटीबी अस्पताल में देर रात पहुंचा ऑक्सीजन टैंकर, भावुक डॉक्टर बोले- खो दी थी उम्मीद
राजधानी के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी अब कुछ हद तक दूर हुई है। क्योंकि देर रात गाजियाबाद जिले के मोदीनगर के मौजपुर से एक टैंकर आ गया है। जिसके बाद कोविड वार्ड में ऑक्सीजन ले जाने के लिए ट्रॉलियों का इस्तेमाल किया गया।
जब तक टैंकर नहीं आया था तब तक हर कोई परेशान था। अस्पताल में सभी उसके आने का इंतजार कर रहे थे। इसके चलते अस्पताल के चैयरमेन भी घर नहीं गए।
रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना था कि हमने लगभग सभी उम्मीद खो दी थी। लेकिन जब जब हमने देखा कि हमारे परिसर में ऑक्सीजन टैंकर पहुंचा है तो वो भावुक हो गए।
गौरतलब है कि राजधानी के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के बाद स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार रात 10:30 बजे ट्वीट कर कहा कि गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में ऑक्सीजन की भारी कमी है। जीटीबी में सिर्फ 4 घंटे की ऑक्सीजन बची है।
यहां 500 मरीजों का ऑक्सीजन सपोर्ट पर इलाज चल रहा है। ट्वीट में उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को टैग कर लिखा कि तुरंत इस समस्या से निपटने के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति बहाल कराएं। उन्होंने अपने ट्वीट में जीटीबी अस्पताल और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस के प्रिंसिपल अनिल जैन का एक संदेश भी साझा किया है।
इसमें लिखा था कि मोदी नगर से जो ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाला वेंडर है वह आने में असमर्थ है और उसने कहा है कि उसके जिले के डीएम और एसएसपी का दबाव है कि वे दूसरे राज्यों जैसे दिल्ली को ऑक्सीजन की आपूर्ति न करें। ऐसे में हमारे पास सिर्फ बृहस्पतिवार रात दो बजे तक की ऑक्सीजन है।
बड़ी त्रासदी को रोकने के लिए ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली के कई अस्पतालों में सिर्फ 10 से 12 घंटे की ऑक्सीजन बची है। रोजाना खपत के हिसाब से दिल्ली को काफी कम ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। हालांकि देर रात जीटीबी अस्पताल में ऑक्सजीन टैंकर पहुंचने पर जान में जान आई।