ग्रेटर नोएडा में कोरोना का विस्फोट, गौर सिटी को किया गया सील
कोरोना वायरस महामारी बढ़ते मामलों को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने गौर सिटी को सील करने का फैसला लिया है। गौर सिटी-2 भी सील कर दिया गया है। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन एक बार फिर अपनी सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी है।
बॉर्डर इलाकों में कोविड-19 टेस्टिंग कराई जा रही है। दिल्ली से आने वालों की भी रैंडम टेस्टिंग होगी। जिला प्रशासन का कहना कि हमारे पास काफी मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है। वैक्सीन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे और रेमडेसिविर वैक्सीन की सप्लाई भी बढ़ेगी। वहीं नोएडा डीएम ने कहा कि मेरा सभी लोगों से निवेदन है कि जब भी आप अपने घरों से बाहर निकलें तो फेस मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोविड दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें।
उधर, कोविड काल के दौरान नोएडा डिपो की ज्यादातर बसें दिल्ली के आनंद विहार और गाजियाबाद के कौशांबी बस डिपो होकर चलेंगी। दोनों बस अड्डों में यात्रियों की बढ़ती संख्या और बसों की मांग के कारण यह फैसला लिया गया है। मोरना स्थित नोएडा डिपो में 215 बसें हैं। इनमें से कुछ बसें खराब हैं। ऐसे में रोजाना औसतन 162 से 165 बसें रुट पर चलाई जाती हैं। डिपो से आगरा, मेरठ, सहारनपुर, बरेली, कालागढ़, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, कोटद्वारा, बिजनौर, नजीबाबाद, हरिद्वार, मथुरा, हाथरस, मैनपुरी, एटा, कासगंज समेत अन्य शहरों के लिए बसें चलती हैं।
जानकारी के मुताबिक कौशांबी बस अड्डे के रास्ते पहले पांच से छह बसे चलाई जाती थीं, जबकि बीते कुछ दिनों से आनंद विहार और कौशांबी बस अड्डे में यात्रियों की संख्या बढ़ने पर वहां बसों की मांग काफी अधिक है। दो दिन में 107 बसें कौशांबी के रास्ते बरेली, एटा, मैनपुरी, कासगंज, लखनऊ, कानपुर, बंदायू समेत अन्य शहरों के लिए भेजी गई हैं। यह बसें अभी लौटी नहीं हैं।
डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक हाकिम सिंह ने कहा कि जितनी बसों की मांग की जाती हैं, यहां से भेज दी जाती हैं। उन्होंने कहा इन दिनों ज्यादातर बसें आनंद विहार और कौशांबी के रास्ते चलाई जा रही हैं और मांग के अनुसार यह व्यवस्था जारी रहेगी।