न रुके वैक्सीन की सप्लाई, सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बयोटेक को केंद्र सरकार ने दे दिया 2 महीने का 100% एडवांस
केंद्र सरकार ने भारत के दो कोविड वैक्सीन निर्माताओं सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को जुलाई तक के प्रोडक्शन लिए 100 प्रतिशत एडवांस दे दिया है। वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ सूत्रों ने सोमवार रात को एनडीटीवी को ये जानकारी दी है। कोविशिल्ड का उत्पादन करने वाले सीरम इंस्टीट्यूट के लिए 3,000 करोड़ और कोवाक्सिन का उत्पादन करने वाले भारत बायोटेक के लिए 1500 करोड़ दिए गए हैं। बता दें कि पिछले हफ्ते केंद्र ने भारत बायोटेक की बेंगलुरु फैसिलिटी के लिएभी 65 करोड़ अनुदान को मंजूरी दी थी।
गौरतलब है कि कच्चे माल की खरीद, कर्मचारियों का भुगतान, और टीके की खुराक बनाने और वितरित करने सहित सभी चीजों के लिए सीरम और भारत बायोटेक को धन की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
वैक्सीन की कमी से जूझ रहे राज्य
हाल के हफ्तों में राज्यों में वैक्सीन के स्टॉक घट जाने से सरकार की चिंता बढ़ी हुई है। आज सुबह पंजाब ने दूसरा ऐसा अलर्ट जारी किया, जिसमें केंद्र को बताया गया कि उसके पास केवल तीन दिन का ही स्टॉक है। इधर, शुक्रवार को आंध्र प्रदेश से खबर आई कि राज्य में वैक्सीन का स्टॉक पूरी तरह से खत्म है। वहीं इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी के चलते मुंबई और पुणे सहित 100 से अधिक टीकाकरण केंद्र मजबूरन बंद करने पड़े। हालांकि, केंद्र ने पहले जोर देकर कहा था कि वैक्सीन के स्टॉक में कोई कमी नहीं है।
इस महीने की शुरुआत में, सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने एनडीटीवी से कहा था कि पुणे में उनके प्लांट में प्रोडक्शन कैपिसिटी बहुत कम है, उन्हें जून तक के उत्पादन के लिए लगभग तीन महीने और करीब 3,000 करोड़ रुपयों की जरूरत है।
18 से अधिक उम्र वालों को मिलेगी वैक्सीन
बता दें कि सरकार ने वैक्सीन के लिए ये फंड ऐसे समय में दिया है जब एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाए जाने की घोषणा कर दी गई है। अब तक पहले चरण के तहत फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन देने की इजाजत दी गई थी। उसके बाद दूसरे चरण में 45 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।