सातवें दिन लगातार संक्रमितों का आंकड़ा पांच हजार पार, 22 की मौत, 50 हजार पार पहुंची सक्रिय मरीजों की संख्या
लखनऊ। संक्रमण से सोमवार को राजधानी में 22 लोगों की जान चली गई। वहीं, 5897 मरीज सामने आए। यह लगातार सातवां दिन है, जब लखनऊ में पांच हजार से ज्यादा संक्रमण के नए केस मिले हैं। इनमें लोकबंधु अस्पताल के आठ टेक्नीशियन व नौ फार्मासिस्ट भी हैं।
सक्रिय मरीजों की संख्या भी पहली बार रिकॉर्ड 50 हजार के पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को लखनऊ में 50,964 सक्रिय मरीज थे। वहीं, इस माह में अब तक 314 मौतें हो चुकी हैं। पिछले एक साल में किसी माह में यह मौतों का सर्वाधिक रिकॉर्ड है।
2641 लोग हुए डिस्चार्ज
कोरोना से मौतों के बीच राहत की बात यह है कि संक्रमण को मात देने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। लखनऊ में सोमवार को 2641 लोग डिस्चार्ज किए गए। पिछले सात दिनों में लखनऊ में 12,097 लोग संक्रमण को मात दे चुके हैं।
96 और अस्पताल दिलाएंगे कोरोना से राहत
राजधानी में बेकाबू होते कोरोना के बीच राहत भरी खबर है। आयुष्मान योजना के तहत पंजीकृत 96 और अस्पतालों को अब संक्रमितों का इलाज करने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। इससे पहले 17 निजी अस्पतालों को इसकी स्वीकृति दी गई थी। प्रशासन की ओर से इन्हीं की तरह 96 और दिए गए अस्पतालों में भी मरीज सीधे संपर्क करके इलाज करा सकेंगे। इसके साथ ही राजधानी में वेंटिलेटर के 38 और ऑक्सीजन के 327 बेड के साथ कुल 365 बेड बढ़ जाएंगे। प्रभारी जिलाधिकारी डॉ. रोशन जैकब के अनुसार इन 96 अस्पतालों में भी मरीजों से सरकार की ओर से तय धनराशि ही वसूली जाएगी। ये अस्पताल एकीकृत कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से संपर्क व समन्वय स्थापित करेंगे। इन अस्पतालों में जो मरीज भर्ती होगा, उसकी जानकारी कोविड कमांड सेंटर में दर्ज कराई जाएगी। साथ ही रेफरल में भी कमांड सेंटर से समन्वय किया जाएगा। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग इन अस्पतालों में पीपीईटी किट, ऑक्सीजन, रेमेडिसिवर व अन्य दवाइयां उपलब्ध कराने में सहयोग करेगा। प्रशासन ने इन अस्पतालों में मरीजों की भर्ती तुरंत शुरू करने की अनुमति दे दी है। हालांकि, अभी इनमें लेवल वन, टू और थ्री का अस्पताल कौन होगा, यह तय नहीं है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि जल्द ही अस्पतालों का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर इन अस्पतालों का वर्गीकरण कर दिया जाएगा।
छावनी में कोविड अस्पताल को मंजूरी, ऑक्सीजन प्लांट भी लगेगा
छावनी परिषद ने तोपखाना के आरए बाजार इंटर कॉलेज में 40 बेड का कोविड अस्पताल बनाने की अनुमति दे दी है। यहां फीवर क्लीनिक भी खुलेगी और 22 बेड पर मरीजों को 24 घंटे ऑक्सीजन देने के लिए स्कूल में ही एक मिनी प्लांट लगाया जाएगा। यह काम अगले हफ्ते से शुरू कर दिया जाएगा। सोमवार को छावनी परिषद की वैरी बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई है। परिषद आर्थिक संकट से जूझ रहा है, बावजूद इसके कोरोना में अपने संसाधनों पर एल 1 श्रेणी का कोविड केयर अस्पताल खोलेगा। परिषद के कार्यवाहक सीईओ विकास कुमार ने प्रस्ताव की जानकारी अध्यक्ष मेजर जनरल राजीव शर्मा को दी। उन्होंने बताया कि छावनी परिषद अगले सोमवार से बुधवार तक 40 बेड का अस्पताल बनाना शुरू कर देगा। दवा व ऑक्सीजन के लिए सीएमओ को पत्र लिखा है। परिषद ऑक्सीजन को लेकर आत्मनिर्भर बनेगा और अपना प्लांट लगवाएगा। 22 बेड के मरीजों को हर वक्त ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। 30 बेड सीएमओ को सौंपे जाएंगे। 10 बेड परिषद अपने कर्मचारियों के लिए आरक्षित रखेगा। वहीं पीपीपी मॉडल पर टेली मेडिसिन की सुविधा तोपखाना के नीता मेमोरियल पॉली क्लीनिक में शुरू होगी। यहां फीवर क्लीनिक भी शुरू होगी। रोगियों को सस्ती दवाई की होम डिलीवरी की जाएगी। एक जन औषधि केंद्र भी खुलेगा। आरटीपीसीआर जांच केंद्र और वैक्सीनेशन सेंटर की शुरुआत करने के लिए भी सीएमओ को पत्र लिखा गया है।