रिपोर्ट: राष्ट्रीय स्तर पर एक महीने के ‘लॉकडाउन’ से जीडीपी में हो सकता है दो प्रतिशत नुकसान
अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी बोफा सिक्योरिटीज ने सोमवार को आगाह करते हुए कहा कि भारत में राष्ट्रीय स्तर पर अगर एक महीने का ‘लॉकडाउन’ लगाया जाता है तो जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में 2 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है।
ब्रोकरेज कंपनी ने उम्मीद जतायी है कि कोविड महामारी को फैलने से रोकने के लिये स्थानीय स्तर पर ही ‘लॉकडाउन’ लगाया जाएगा। बोफा सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि एक महीने पहले कोविड के 35,000 मामले थे जो अब सात गुना बढ़कर 2.61 लाख से अधिक हो गए हैं। इससे जो अभी शुरुआती चरण का पुनरुद्धार था, उसके लिए जोखिम उत्पन्न हो गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘यह देखने की बात है कि क्या कोविड-19 की दूसरी लहर राष्ट्रीय स्तर पर ‘लॉकडाउन’ के बिना समाप्त होगी। राष्ट्रीय स्तर पर अगर एक महीने के लिए भी ‘लॉकडाउन’ लगाया जाता है, तो जीडीपी को एक से दो प्रतिशत का नुकसान हो सकता है।’
इसमें कहा गया है, ‘उच्च आर्थिक लागत को देखते हुए, हमारा अनुमान है कि केंद्र और राज्य सरकारें कोविड-19 की रोकथाम से जुड़े नियमों (मास्क, उचित दूरी आदि) को कड़ाई से लागू कर, रात्रि कर्फ्यू और स्थानीय स्तर पर ‘लॉकडाउन’ के जरिये इस पर अंकुश लगाने का प्रयास करेंगी।’