कोरोना की नई स्ट्रेन जानलेवा, कभी एंटीजन तो कभी आरटीपीसीआर जांच खा रही धोखा, इन लक्षणों से रहें सावधान
नई दिल्ली । बदले स्वरूप के कारण कोरोना अबूझ पहेली बन गया है। लक्षणों को देख जांच कराने पर जिस विधि से रिपोर्ट निगेटिव आ रही है, इलाज के बाद उसी विधि से रिपोर्ट पाजिटिव आ रही है। ऐसे में लोग परेशान हैं। वे नहीं समझ पा रहे कि खुद को निगेटिव मानें या पाजिटिव। कुछ मामलों में एंटीजन व रीयल टाइम पालीमरेज चेन रियेक्शन (आरटीपीसीआर) दोनों जांचें धोखा खा रही हैं। 50 से अधिक ऐसे मामले मिले हैं, जिनकी दोनों रिपोर्ट निगेटिव आईं, लेकिन उनमें कोरोना के गंभीर लक्षण हैं। ऐसे मरीजों के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज में अलग वार्ड बनाकर लक्षणों के आधार पर इलाज हो रहा है।
केस एक
रुस्तमपुर के 50 वर्षीय व्यक्ति की 14 दिन पूर्व एंटीजन से रिपोर्ट पाजिटिव थी और आरटीपीसीआर से निगेटिव। जबकि उनमें कोरोना के लक्षण भरपूर थे। इलाज के बाद लक्षण काफी हद तक कम हो गए। 10 दिन बाद एंटीजन रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई, लेकिन उसके तीन दिन बाद आरटीपीसीआर रिपोर्ट पाजिटिव आई। अब वह समझ नहीं पा रहे कि खुद को निगेटिव मानें या पाजिटिव।