पांच रुपये का मास्क पहन कर निकलो भैया, क्यों सौ रुपये जुर्माना दे रहे हो
कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ने के बाद भी लोगों की लापरवाही कम नहीं हो रही है। शनिवार को सुबह से ही सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वालों से वाराणसी पुलिस सख्ती से पेश आई और जुर्माना वसूला। लक्सा थाने के समीप मौजूद एसीपी दशाश्वमेध अवधेश कुमार पांडेय ने बगैर मास्क घूम रहे लोगों को जमकर फटकार लगाई।
एसीपी ने कहा कि भैया आप अपनी ही सेहत की सुरक्षा के लिए पांच रुपये का मास्क खरीद कर नहीं पहन पा रहे हैं और सौ रुपये जुर्माना भर रहे हैं। खुद बचें और दूसरों को भी बचाएं। गौरतलब है कि जिले में नाइट कर्फ्यू की घोषणा के साथ ही पुलिस मास्क के बगैर सार्वजनिक स्थान पर मिलने वाले 1000 से ज्यादा लोगों से औसतन रोजाना जुर्माना वसूल रही है। इसके बाद भी मास्क न लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन न करने का सिलसिला जारी है।
जिला जेल के गेट पर कराई गई कोरोना जांच की व्यवस्था
कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ते हुए देख कर जिला कारागार प्रशासन भी सतर्कता बरत रहा है। वाराणसी और चंदौली से आने वाले मुजरिमों के लिए जिला जेल के गेट पर ही एंटीजेन जांच की व्यवस्था कराई गई है।
जिला जेल के जेलर पीके त्रिवेदी ने बताया कि पिछले साल की तरह फिलहाल इस बार अस्थायी जेल नहीं बनाई गई है। जो भी मुजरिम आते हैं उनके एंटीजेन टेस्ट की व्यवस्था गेट पर ही कराई गई है। जांच में कोरोना पॉजिटिव मिलते ही मुजरिमों को तत्काल दीनदयाल अस्पताल भेज दिया जाता है।
अब तक चार बंदी जिला जेल गेट से अस्पताल भेजे गए हैं। 747 बंदियों की क्षमता वाली जिला जेल में मौजूदा समय में 2100 से ज्यादा बंदी निरुद्ध हैं। इनमें से 15 बंदियों को जुकाम-बुखार जैसी शिकायत मिलने पर अन्य बंदियों से अलग कर दिया गया है। जिला जेल के भीतर सैनिटाइजेशन रोजाना कराया जा रहा है। अस्थायी जेल के बारे में प्रदेश सरकार की गाइडलाइन का इंतजार है।